वैशाली: बिहार में स्वास्थ्य व्यवस्था (Health Department of Bihar) की खस्ता हालत किसी से छुपी नहीं है. सीएम के गृह जिले में एंबुलेंस नहीं मिलने पर शुक्रवार को एक बुजुर्ग की मौत हो गई थी. स्वास्थ्य विभाग की लाख कोशिशों के बावजूद इस तरह की घटनाएं रुकने का नाम नहीं ले रही है. ताजा मामला वैशाली (Vaishali Health Center) के महनार सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (Mahnar Community Health Center) का है.
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ठेले पर बिहार की स्वास्थ्य व्यवस्था: बताया जाता है कि महनार नगर के फतेहपुर जंगलिया टोला में दो पक्षों के बीच जमकर मारपीट हुई. इस घटना में एक महिला गंभीर रूप से घायल हो गई थी जिसे परिजन इलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में लाया था. आनन-फानन में महिला को ठेले पर लादकर परिजन महनार सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (Negligence Of Health Department In Vaishali) पहुंचे. यहां महिला का इलाज तो किया गया लेकिन वापसी के लिए एंबुलेंस की व्यवस्था नहीं की गई. महनार समुदायिक केद्र में अस्पताल प्रशासन की बड़ी लापरवाही देखने को मिली है.
इस संबंध में घायल महिला के पति राजेंद्र पासवान में बताया कि जब एंबुलेंस के लिए हॉस्पिटल में मौजूद स्वास्थ्य कर्मी को बोला गया तो उसने कहा कि ठेला पर लाये थे ठेले से ही ले जाओ. वहीं इस विषय पर सिविल सर्जन डॉ अमरेंद्र नारायण शाही ने बताया कि एम्बुलेंस होते हुए मरीज को ठेला से ले जाने का मामला अभी तक मेरे संज्ञान में नहीं आया है. वीडियो सामने आते ही इस पर त्वरित कार्रवाई की जाएगी.
"मारपीट हुआ है इसमें औरतों की भी पिटाई की गई है जिसमें कई लोग घायल हुए हैं. ठेला से ही मरीज को लेकर के आए हैं. एंबुलेंस लगा हुआ था लेकिन कोई आदमी नहीं था. वहां जो लोग हैं उनसे पूछे कि एंबुलेंस के चालक हैं कि नहीं तो बोला कि नहीं है. आप ठेला से ही लेकर जाइए तो इलाज कराने के बाद ठेला से ही ले जाना पड़ा.'"-राजेंद्र पासवान, पीड़िता के पति
"सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में एंबुलेंस की सुविधा है. ऐसे में किसी व्यक्ति को ठेले पर अपने मरीज को ले जाना पड़ा है इसका वीडियो सामने आने पर त्वरित कार्रवाई की जाएगी. दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी." - डॉ. अमरेंद्र नारायण शाही, सीएस वैशाली
लापरवाही का पहले भी आ चुका है मामला:महनार सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में सरकार की लचर स्वास्थ्य व्यवस्था और चिकित्साकर्मियों की लापरवाही की पोल इससे पहले भी खुली थी. यहां मोबाइल की लाइट में एक महिला के बंध्याकरण का ऑपरेशन होने की चौंकाने वाली तस्वीर सामने आई थी. स्वास्थ्य केन्द्र में हुए इस ऑपरेशन के दौरान झोलाछाप डॉक्टर भी शामिल था. ऑपरेशन के दौरान ऑपरेशन थिएटर का दरवाजा भी पूरी तरह बंद नहीं था. महिला के ऑपरेशन में कई अन्य पुरुष भी मौजूद थे. प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी ने कहा है कि लापरवाही हुई है लेकिन आगे से नहीं होगी. वही इस मामले को लेकर सीएस डॉ. अमरेंद्र नारायण शाही ने कहा कि मोबाइल की लाइट में ऑपरेशन की बात सामने आने के बाद 2 सदस्याय टीम मामले की जांच कर रही है जिसकी रिपोर्ट आने के बाद कार्रवाई की जाएगी.
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