वैशालीःबिहार में महागठबंधन की सरकार (Mahagathbandhan Government In Bihar) बनते ही सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री इसराइल मंसूरी विवादों में घिर गए हैं. गया विष्णुपद मंदिर विवाद के बाद उन्होंने एक नया विवादित बयान देकर राजनीति हलचल बढ़ा दी है. वैसे तो सरकार बदलने के बाद से पक्ष-विपक्ष दोनों के बीच जुबानी जंग जारी है लेकिन मंत्री इसराइल मंसूरी (Minister Israel Mansoori Attack On BJP) ने दो कदम आगे बढ़कर राजनीति की मर्यादा भूलते हुए बीजेपी पर कड़ा प्रहार कर दिया. उन्होंने कहा कि 17 साल नीतीश कुमार के पीछे-पीछे चले, लेकिन बिहार में अपना एक नेता नहीं ढूंढ पाए. उनलोग सिर्फ अनाप-शनाप बोलते हैं, इन्हीं सब आदत के कारण बिहार सरकार से बाहर हुए हैं.
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'बीजेपी को केंद्र की सत्ता जाने का है भय':इसराइल मंसूरी ने केंद्रीय गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय के एक बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि 164 विधायक और 7 दलों का एक महा गठबंधन हुआ है और इन लोगों को भय है कि नीतीश कुमार की और तेजस्वी प्रसाद यादव की जोड़ी बीजेपी को देश की सत्ता से उतारने का काम करेगी. इसीलिए यह भय और आतंक में आकर अनाप-शनाप बोले जा रहे हैं. इन्हें काम धंधा कुछ नहीं है. धन बल की बदौलत जितनी भी क्षेत्रीय पार्टी हैं, उनके साथ कई राज्यों में घटनाएं हुई है. झारखंड में यह लोग क्या करने जा रहे हैं सबको पता है.
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'मेरी आस्था सभी धर्मों में एक समान है' :वहीं, मंदिर विवाद पर उन्होंने कहा कि गया विष्णुपद मंदिर की अलग विशेषताएं और मान्यताओं का पता होता तो उस चीज का वह सम्मान करते. हमारा नैतिक कर्तव्य है जिसके तहत हम चले गए थे. मुझे थोड़ी सी भी जानकारी रहती कि मान्यता अलग है, तो मैं पहले उस बात का सम्मान करता. मेरी आस्था सभी धर्मों में एक समान है. अब लोग चाहे जो सोचे हम इस पर कोई बात नहीं कहना चाहेंगे.
"17 बरस साथ में रहे, पीछे-पीछे चल रहे थे दुम हिलाकर तो वह क्यों नहीं करवा लिए विलय. कहते हैं कि भारतीय जनता दल दुनिया में सबसे बड़ी पार्टी है. तो सोलह सत्रह साल में एक नेता उनको नहीं मिल पाया. नीतीश जी के पीछे पीछे चमचई करते चल रहे थे. आज उन्हीं को कहते हैं समाप्त हो जाएगा. छोड़िए इस बात को कहना ठीक नहीं है. 164 विधायक और 7 दलों का एक महागठबंधन हुआ है और इन लोगों को भय है कि नीतीश कुमार की और तेजस्वी प्रसाद यादव की जोड़ी भाजपा को देश से उतारने का काम करेगी. इसलिए यह भय और आतंक में आकर अनाप-शनाप बोले जा रहे हैं. बिहार की एक-एक जनता समझ रही है इन लोगों की कार्रवाई को. जिस दिन सदन में बहुमत सिद्ध करना हो उसी दिन आरजेडी के प्रमुख नेताओं के यहां छापेमारी हुई. यही सब आदत के कारण यह बिहार में सरकार से बाहर हुए हैं"- इसराइल मंसूरी, सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री
कार्यकर्ताओं ने किया जोरदार स्वागतःदरअसल बिहार सरकार के सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री इसराइल मंसूरी पटना से हाजीपुर होते हुए मुजफ्फरपुर जाने के लिए निकले थे. रास्ते में कई जगहों पर राजद कार्यकर्ताओं ने उनका जोरदार स्वागत किया. इस दौरान हाजीपुर के राय नगर चौक पर भी उनका जोरदार स्वागत किया गया और भगवानपुर पहुंचने के बाद वहां भी पहले से जुटे कार्यकर्ताओं ने उनका स्वागत किया. दोनों ही जगहों पर मंत्री जी ने खुलकर मीडिया के सामने अपनी बातें रखीं लेकिन इस दौरान वे मर्यादा भूल गए. बीजेपी और जदयू से जुड़े एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि 17 बरस साथ में रहे थे. पीछे-पीछे चल रहे थे, तब क्यों नहीं एक विलय करवा लिए. मंत्री ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी दुनिया में सबसे बड़ी पार्टी है तो बिहार में सोलह सत्रह सालों में एक नेता उनको नहीं मिल पाया.