वैशाली : बिहार के वैशाली मेंहाजीपुर सदर अस्पतालपरिसर में भवन निर्माण का काम चल रहा है. यहां तीन बड़ी बिल्डिंग का निर्माण किया जा रहा है. पता चला है कि इस निर्माण कार्य में खपत होने वाली बिजली का निर्माण एजेंसी अवैध तरीके से इस्तेमाल कर रही थी. सीधे शब्दों में कहें तो भवन निर्माण कार्य में चोरी की बिजली का इस्तेमाल हो रहा था. इसका खुलासा तब हुआ, जब बिजली विभाग की टीम ने यहां का निरीक्षण किया और पोल पर से सीधे तार खींचकर बिजली का इस्तेमाल करते हुए पाया.
करोड़ों की लागत से बन रहे हैं भवन :बताया गया कि करोड़ों की लागत से बनने वाले इस बिल्डिंग में एक 100 बेड की एक बिल्डिंग बनकर लगभग कंप्लीट हो चुकी है. वहीं दो अन्य भवनों का निर्माण कार्य चल रहा है. बताया गया कि भवनों के निर्माण का काम पटना की एक प्राइवेट कंपनी करवा रही है. यहां चोरी की बिजली का इस्तेमाल होने की सूचना के आधार पर बिजली विभाग के इंजीनियर जांच के लिए पहुंचे थे. निरीक्षण में उन्होंने देखा कि पोल से अवैध तरीके से तार खींचकर एडमिनिस्ट्रेटिव बिल्डिंग में काम किया जा रहा था.
चोरी की बिजली जलाने का मामला आया है सामने :सिविल सर्जन डॉक्टर श्यामनंदन प्रसाद ने बताया कि एक बिल्डिंग बन गई और अब एडमिस्ट्रेटिव ब्लाॅक का काम चल रहा है. बता दें कि चार महीने से एडमिनिस्ट्रेटिव बिल्डिंग का काम चल रहा है. इस भवन के निर्माण की लागत लगभग 50 करोड़ रुपए है. वहीं 100 बेड वाली बिल्डिंग की लागत 28 करोड़ रुपये. सरकार से ठेकेदार को भवन निर्माण के लिए करोड़ों मिल रहे हैं. इसके बावजूद कंपनी बिजली चोरी कर भवन निर्माण कर रही हैं.