वैशाली: बिहार विधानसभा चुनाव के लिए अलग-अलग पार्टियों की ओर से जारी मेनिफेस्टो में जनता से वायदों की भरमार है. एक तरफ चुनाव प्रसार के दौरान नेता रोजगार और नौकरी की तो बात कर रहे हैं. तो दूसरी तरफ राज्य के कुछ इलाके ऐसे हैं जहां लोग भूखमरी के कगार पर हैं. राधोपुर विधानसभा के दलित टोला के लोगों ने जन वितरण प्रणाली के डीलर पर कम राशन देने का आरोप लागाया है.
बिहार चुनाव के बीच ईटीवी भारत संवाददाता ने वैशाली के राधोपुर, रुस्तमपुर के दलित टोला के लोगों से बात की. इस दौरान स्थानीय लोगों ने ईटीवी भारत से बात करते हुए बताया कि सरकार की ओर से गरीबों को दिए जा रहे राशन को बांटने का काम करने वाले राशन डीलर ही उनका राशन हजम कर रहे हैं.
'डीलर हजम कर जाते हैं राशन'
लोगों का कहना है कि उनका 6 माह का राशन पीडीएस डीलर हजम कर जाते है. उन्होंने कहा कि लोग यहां भूख से मर रहे हैं. उन्होंने यह भी कहा कि 'मोदी जी' बोले थे कि लोगों को मुफ्त में राशन दिया जाएगा. लेकिन यहां की स्थिति यह है कि बिचौलिया राशन खा जा रहे हैं और 'डकार' तक नहीं ले रहे.
ईटीवी भारत से बात करते हुए एक वृद्ध ने बताया कि सरकार की ओर से तो लोगों के लिए योजनाएं बना दी जाती है. लेकिन वह जमीन पर लोगों तक नहीं पहुंच पाती है. और ऐसा इसलिए होता है क्योंकि कुछ विभाग के अधिकारी भ्रष्टाचार में लिप्त हैं.
तेजस्वी पर जनता का आरोप
तेजस्वी यादव राज्य की जनता से एक मौका देने की बात कर रहे हैं लेकिन जहां से विधायक हैं यानी राघोपुर की जनता कहती है कि तेजस्वी यादव क्षेत्र में नहीं आते हैं. लोगों का दावा है कि तेजस्वी यादव एक बार भी गरीबों का हाल जानने नहीं पहुंचे हैं. लोग बताते हैं कि यहां गरीबों का हाल खराब है, लेकिन कोई देखने और सुनने वाला नहीं है.