वैशाली:बिहार के वैशाली में 3 लोगों की (Suspicious death in Vaishali) संदिग्ध मौत मामले को लेकर प्रशासन ने जांच अभियान तेज कर दिया है, वहीं (DM Udita Singh) डीएम उदिता सिंह ने तिसीऔता थाना इलाके में मामले की जांच को लेकर एफएसल और डॉग स्क्वायड की टीम को जांच में लगाया है. फिलहाल मामले की जांच चल रही है.
ये भी पढ़ें-'बिहार में ओमीक्रोन का केस नहीं, बच्चों के वैक्सीनेशन के लिए सरकार तैयार'
बता दें कि वैशाली के तिसीऔता थाना के पदमौल में संदिग्ध हालात में 3 लोगों की मौत का मामला सामने आया है, हालांकि डीएम उदिता सिंह ने बताया कि दो लोगों के परिजनों ने शराब सेवन की बात नहीं बताई है. वहीं तीसरे व्यक्ति अर्जुन झा के परिजनों ने शराब सेवन की बात और जमीन विवाद का मसला बताया है. डीएम उदिता सिंह ने सभी एंगल पर जांच की बात कही है और बताया कि मामले में एफएसल और डॉग स्क्वायड की टीम को लगाया गया है, मामले में जांच रिपोर्ट आने पर कार्रवाई की जाएगी.
संदिग्ध मौत मामले की जांच ये भी पढ़ें:वैशालीः परिजनों का दावा- 'शराब पीने से हुई मौत', पुलिस पोस्टमार्टम रिपोर्ट का कर रही इंतजार
'एफएसएल और डॉग स्क्वायड की मदद ली जा रही है मौके से बरामद शराब की बोतल को भी जांच के लिए भेजा गया है. टीम मौके पर रहकर जांच करेगी. यहां 3 लोगों के मृत्यु का मामला सामने आया था, जिसमें मनोज और अरविंद के परिजनों व संबंधियों द्वारा शराब सेवन की बात नहीं बताई गई है .वहीं तीसरे पक्ष मृतक अर्जुन झा के परिजनों ने शराब सेवन की बात कही है, साथ ही कुछ जमीन विवाद या अन्य बातें भी सामने आ रही है तमाम बिंदुओं पर जांच की जा रही है. जांच में आई रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी.'- डीएम उदिता सिंह
ये भी पढ़ें-Bihar Weather Update: तापमान में हल्की गिरावट की संभावना, जवाद का असर जारी
दरअसल, वैशाली प्रशासन यह मानने को तैयार नहीं है कि मौत जहरीली शराब पीने से हुई है, लेकिन मौके से मिली शराब की बोतलें और मृतक के परिजनों के बयान पर जांच निष्पक्ष हुई तो शराब से मौत की बात सामने आ भी सकती है. वहीं, नवंबर 2021 तक बिहार में जहरीली शराब (Poisonous liquor in Bihar) के 14 मामले आ चुके हैं. अगर इनमें मरने वालों की बात करें तो 66 लोग पहले मरे थे, गोपालगंज और बेतिया में जिन 20 लोगों की मौत हुई है, अगर उसे जोड़ दिया जाए तो मौत का आंकड़ा करीब 86 हो जाता है.