वैशाली:21 फरवरी को महाशिवरात्रि पूजा है और नारायणी घाट के नाम से प्रसिद्ध सोनपुर का पुराना गंडक घाट पूरी तरह से सूख गया है. इसको लेकर यहां की जनता काफी परेशान है.
लिखित आवेदन देने पर भी नहीं हुई कार्रवाई
इसको लेकर सामाजिक कार्यकर्ता कृष्णा कुमार का कहना है कि इसके लिए केंद्रीय और राज्य जल संसाधन विभाग से लेकर सरकार तक लिखित आवेदन दे चुके हैं. लेकिन, अबतक कोई कार्रवाई नहीं की गई.
चारों तरफ गंदगी
ईटीवी भारत ने जब इस घाट का पड़ताल किया तो अधिकारियों के दावे की पोल खुलती नजर आई. यहां गंदगी का भरमार है. नमामी गंगे के तहत इस घाट का चयन भी किया गया था, लेकिन इसके तहत इस घाट के नाम का बोर्ड कहीं नहीं है.
क्या हैं समस्या का निदान?
सामाजिक कर्ता कृष्णा कुमार का कहना है कि यदि सरकार नेपाल के बाल्मीकि नदी के बंद पड़े फाटक में से एक भी फाटक इस सूखी नदी के लिए खुलवा दे, तो यह समस्या दूर हो सकती है.
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