वैशाली:बिहार सरकार के मंत्री रामसूरत राय का एक बयान (Minister Ramsurat Rai statement on caste system) काफी चर्चा में हैं. इसमें उन्होंने जाति सिस्टम की नयी परिभाषा रची है. यहां एक कार्यक्रम में शिरकत करने पहुंचे मंत्री ने कहा कि जो पढ़ा लिखा है, वही अगड़ी जाति यानी फॉरवर्ड है. बाकी सब बैकवर्ड हैं. किसी के माथे पर जाति नहीं लिखी होती है. चाहे वह दलित ही क्यों ना हो, अगर वह पढ़ा लिखा है तो वह सबसे बड़ा फॉरवर्ड है और जो पढ़ा-लिखा नहीं है, वह सबसे बड़ा बैकवर्ड है.
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दरअसल, भगवानपुर में हो रहे चकाकु क्रिकेट टूर्नामेंट (Cricket tournament in Bhagwanpur) के फाइनल में विजेता और उपविजेता को ट्रॉफी व शील्ड प्रदान करने के लिए बिहार के राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री रामसूरत राय (Bihar minister Ramsurat Rai ) पहुंचे थे. जहां उन्होंने काफी देर तक क्रिकेट मैच का आनंद लिया. मैच समाप्ति के बाद वहां मौजूद लोगों को संबोधित करते हुए मंत्री रामसूरत राय ने कहा कि शिक्षित वर्ग के लोग ही फॉरवर्ड होते हैं. चाहे वह दलित क्यों ना हों अथवा वह किसी भी जाति या धर्म से हों. जो शिक्षित है, वही फॉरवर्ड कहलाएगा. जो नहीं पढ़ा लिखा है, वह वैकवर्ड है.
उन्होंने आगे कहा कि शिक्षा के साथ खेल की भावना से खेलना भी बेहद जरूरी है. जीत हार की भावना से ऊपर उठकर खेलना चाहिए. वहीं, एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि बात करने का सभी को अधिकार है. लोग गठबंधन की बातें करते हैं. किसी की बात बनती है तो किसी का बात बिगड़ती है. लेकिन इसमें निश्चित रूप से जनता मालिक है. वह जिन को चुनकर भेजेगी, वही लीडर होंगे.