केके पाठक का वीडियो वायरल वैशाली: अभी तक सिर्फ स्कूलों में केके पाठक का खौफ अखबारों में पढ़ने को ही मिलता था, लेकिन अब एक ऐसा वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें केके पाठक पूरे रौब में देखे जा रहे हैं. वो इस बात से खफा हैं कि जिस खेल सामाग्री को बच्चों के बेहतर भविष्य बनाने के लिए स्कूलों में भेजते हैं वो एक कमरे में बंद करके सड़ाई जाती है. दोहरे नुकसान को देखकर केके पाठक का पारा हाई हो गया. उन्होंने प्रिंसिपल से ही बंद कमरे में पड़े सामान को उठवाया और फिर वहीं उन्हें विभागीय दंड भी सुना दिया.
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केके पाठक का रौद्र रूप: दरसल बिहार के कड़क अधिकारी, शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक अचानक वैशाली के एक विद्यालय पर धमक गए. राजापाकर प्रखंड के कुल 7 विद्यालयों का औचक निरीक्षण किया. इस दौरान केके पाठक ने जो नजारे देखे उससे वो एकदम भड़क गए. खड़े खड़े उन्होंने मास्टर, प्रिसिंपल और स्कूली स्टाफ की क्लास लगा दी.
जब टीचर और प्रिंसिपल की लगाई क्लास: खेल कूद वाले स्टॉक रूम का ताला खुलवाकर देखा तो स्पोर्ट्स के सामान बेतरतीब बिखरे पड़े थे. ऐसा लग रहा था कि सालों-साल उनका बच्चों से कोई नाता न हो. ये देखते ही केके पाठक हाजीपुर उत्क्रमित मध्य विद्यालय सिंधवारी के प्रिंसिपल पर बिफर पड़े. मानक के अनुरूप वर्ग संचालन न पाकर उन्हें निलंबित कर दिया. उन्होंने निर्देश दिया कि खेल की घंटी में बच्चों को खेलने का सामान दिया जाना चाहिए. यूं कमरे में बंद नहीं रखा होना चाहिए. इसी तरह जंदाहा प्रखंड होते हुए वो समस्तीपुर की ओर निकल गए.
केके पाठक का वायरल वीडियो : वायरल हो रहे वीडियो में देखा जा सकता है कि कितनी सख्ती के साथ केके पाठक स्कूल का निरीक्षण करते हैं. टीचर तो टीचर, जिले के बड़े से बड़ा अधिकारी भी थर-थरा रहे थे, हर कोई मना रहा था कि सब कुछ ठीक मिले. लेकिन इनकी पैनी नजरों के सामने स्कूल की कमियों को छिपा पाना स्कूल प्रबंधन के बस की बात नहीं थी. उन्होंने न सिर्फ प्रिसिंपल को काम पर लगा दिया बल्कि टीचर पर भी बिगड़ पड़े. ऐसा करते हुए उन्हें वीडियो में सुना और देखा जा सकता है.
जिले के शिक्षाधिकारियों को दिए निर्देश : इस मामले में जिला शिक्षा अधिकारी ने बताया कि अपर मुख्य सचिव केके पाठक की ओर से निर्देशित किया गया है कि 9:30 बजे सुबह से लेकर दोपहर 12 बजे तक जिले में जांच का काम हो. उन्होंने 7 स्कूलों का निरीक्षण किया जिसमें जो कमी दिखी उसे दुरुस्त करने का निर्देश दिया. जिसपर लगा कि एक्शन की जरूरत है तो उन्होंने कार्रवाई भी कराई.
''मिडिल स्कूल सिंदुआरी में फर्स्ट फेस में एक महीना पहले आए थे, आज फिर वहां गए, वहां उन्होंने देखा कि जो कमिया थीं उसमें सुधार हुआ है. सुबह 9:30 बजे से लेकर 12:00 तक वैशाली जिले में जांच का काम किया है. दिशा निर्देश दिए कि बाथरूम वगैरह साफ रहे, क्लासरूम क्वालिटी क्लासरूम हो, बच्चों को अच्छी शिक्षा मिले. उनका निरीक्षण किए हुए 1 महीना से ज्यादा हो गया, ऐसे में टीचर भी हैं, बच्चे भी आ रहे हैं. बच्चे को अच्छी शिक्षा मिले इसका डायरेक्शन दिया गया है. साथ में एक प्रधानाध्यापक को भी निलंबित किया गया है"- वीरेंद्र नारायण शाही, जिला शिक्षा पदाधिकारी वैशाली