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हाजीपुर में बनाना फाइबर फैक्ट्री का उद्घाटन, केला के पेड़ से निकलने वाले रेशे से तैयार होंगे उत्पाद - Fiber Extraction And Processing Unit Inauguration

वैशाली में बनाना फाइबर फैक्ट्री की शुरुआत (Banana Fiber Factory Started In Vaishali) हुई है. इस फैक्ट्री में केले के पेड़ से रेशा निकालकर कई तरह के उत्पाद बनाए जाएंगे. इस फैक्ट्री का उद्घाटन डॉ. राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. रमेश चंद्र श्रीवास्तव ने किया. पढ़िए पूरी खबर..

हाजीपुर में बनाना फाइबर फैक्ट्री का उद्घाटन
हाजीपुर में बनाना फाइबर फैक्ट्री का उद्घाटन

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Published : Feb 11, 2022, 6:09 PM IST

वैशाली:बिहार में छोटे उद्योगों (Small Industries In Bihar) की इकाइयां धीरे-धीरे बढ़ रही है. वैशाली जिले के हाजीपुर प्रखंड के रामपुर नौसहन गांव में बनाना फाइबर फैक्ट्री का उद्घाटन (Banana Fiber Factory Inaugurated) किया गया. डॉ. राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. रमेश चंद्र श्रीवास्तव ने इसका उद्घाटन किया. इस मौके पर आगंतुक सभी अतिथियों ने उद्यमी जगत कल्याण को केला रेशा निष्कर्षण एवं प्रसंस्करण इकाई (Fiber Extraction And Processing Unit Inauguration) खोलने के लिए धन्यवाद दिया.

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'आम का आम गुठलियों के दाम' यह कहावत तो आपने बहुत सुना होगा, मगर केला को लेकर ऐसी बात नहीं सुनी होगी. जिसे आज विज्ञान की मदद से साकार कर दिया गया है. हम केला खाकर उसके पेड़ और पत्तों को फेंक दिया करते है, लेकिन अब वह भी आपके काम आने वाला है. क्योंकि केला के पेड़ से निकलने वाला बनाना फाइबर से कई सारे रोजमर्रा के जीवन में आने वाले प्रोडक्ट बन रहे हैं. जो एनवायरनमेंट के लिए भी काफी बेहतर है.

सरकार की ओर से इसे बढ़ावा देने के लिए अलग-अलग तरीके से योजनाएं चलाई जा रही है. जिसमें कृषि विज्ञान केंद्र और केला अनुसंधान केंद्र सहयोग भी कर रहा है. बनाना फाइवर फैक्ट्री का उद्घाटन करने पहुंचे डॉ. राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. रमेश चंद्र श्रीवास्तव ने बताया की केला के रेशा से कई सारे प्रोडक्ट बन रहे हैं और धीरे-धीरे यह रोजगार के रूप में तब्दील होने वाला है.

कुलपति ने बताया कि इसकी मार्केटिंग के लिए खादी के आउटलेट से एमओयू साइन किया गया है. जिसमें देश और विदेश में खुले खादी के आउटलेट में केला के रेशा से या कहें कि केले से बनने वाले प्रोडक्ट भी मिलेंगे. इससे खादी के साथ केला को भी बढ़ावा मिलेगा और इससे जुड़े किसानों और उद्यमियों को बाजार के लिए परेशान नहीं होना पड़ेगा.

आने वाले दिनों में सरकार की ये पहल केला किसानों के काम आने वाली है. क्योंकि किसान बाढ़ और आंधी की समस्या से परेशान रहते हैं. कृषि पॉलिसी में केला पर कोई इंश्योरेंस भी एक्टिव नहीं होता है. ऐसे में कभी-कभी आंधी और बाढ़ या अत्यधिक वर्षा के कारण किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ जाता है. लेकिन अब केला रेशा उद्योग से किसानों के नुकसान में कमी आएगी और केला की खेती को भी बढ़ावा मिलेगा.

बता दें कि बनाना फाइवर फैक्ट्री के उद्घाटन के मौके पर कृषि विज्ञान केंद्र और बिहार सरकार टेक्सटाइल डिपार्टमेंट और कृषि विभाग के कई पदाधिकारी एवं वैज्ञानिक मौजूद थे. वहीं इस मौके पर केला रेशा से बनने वाले प्रोडक्ट को बाजार में पहुंचाने वाली पहुंची उद्यमी रिचा वात्सायन और वैशाली प्रिया समेत अन्य कई लोगों का उत्साह बढ़ाया गया.

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