वैशाली: अगर आपको कहा जाए कि आप बिहार आइए. हम आपको ताजे सेब देंगे तो शायद यकीन नहीं होगा. लेकिन बात बिल्कुल सच होने वाली है. अब बहुत जल्द बिहार के लोग भी अपने बागानों से ताज सेब (Apple Cultivation in Vaishali) तोड़ने वाले हैं. अमूमन हिमाचल और कश्मीर से सेब को बिहार आते-आते देर होने के कारण स्वाद में अंतर आ जाता है. इसके चलते यहां के लोगों को सेब खाने का पूरा आनंद नहीं मिल पाता है और ना ही उसका पूरा फायदा ही.
अब आपको बिहार में ही ताजे सेब मिलेंगे और वह भी बिहार की धरती पर फला हुआ. खबर बिहार के वैशाली जिले की है. अब कश्मीर और हिमाचल के मीठे सेब की खेती वैशाली की जमीन पर भी होगी. कृषि विभाग ने इसके लिए पहल शुरू कर दी है. जिले के पातेपुर प्रखंड के पांच किसानों का चयन कर उन्हे सेब की खेती के लिए विशेष तौर पर प्रशिक्षण दिया गया है.
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उन्हें आधा एकड़ जमीन पर सेब की खेती करने के लिए हरमन 99 प्रभेद के सेब के पौधे उपलब्ध कराए गए हैं. उन्हें इजरायल से मंगवाया गया है. कृषि विशेषज्ञों की मानें तो इस प्रभेद के पौधे गर्म मौसम वाले जगह के लिए उपयुक्त हैं. वैशाली का मौसम पूरी तरह अनुकूल है. फरवरी में लगाने से जुलाई तक फल आ जाएंगे. यहां होने वाले सेब रंग और स्वाद कश्मीर और हिमाचल के सेब जैसा ही होगा. आने वाले दिनों में राज्य के दूसरे जिलों में भी इसकी खेती को बढ़ावा दिया जाएगा.