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गोपालगंजः नेताओं की वादाखिलाफी से नाराज है जनता, बोली- बाढ़, बेरोजगारी और शिक्षा हमारा अहम मुद्दा

लोगों ने कहा कि इस जिले से तीन-तीन मुख्यमंत्री और एक रेल मंत्री भी हुए. लेकिन यहां से बिहार की राजधानी तक जाने के लिए एक भी ट्रेन नहीं है. देश की राजधानी कहां से जाएंगे.

मतदाता

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Published : May 11, 2019, 1:09 PM IST

गोपालगंजः 17वें लोकसभा चुनाव के छठे चरण का मतदान जिले में 12 मई को होना है. यहां 18 लाख 32 हजार 200 मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग कर एक कुशल प्रतिनिधि चुनने की तैयारी में हैं. इन्हें इंतजार है उस पल का जब ये मतदान केंद्र पर पहुंचकर अपना वोट सही प्रतिनिधि को देंगे. ईटीवी भारत ने चुनाव के एक दिन पूर्व लोगों की राय जानने का प्रयास किया, कि वो इसबार किन मुद्दों पर वोट देंगे.

बाढ़, बेरोजगारी, शिक्षा है मुद्दा
इस दौरान लोगों की अलग-अलग प्रतिक्रिया सामने आई. कई लोगों ने अपनी राय देते हुए कई तरह की बाते कहीं. लेकिन सबका कहना यही है कि वोट उसे ही देंगे जो विकास करेगा. जिले में सबसे बड़ी समस्या बाढ़, बेरोजगारी, पलायन व शिक्षा की है. इस क्षेत्र के लोग गन्ना और गंडक की समस्या से भी घिरे रहते हैं. उफनाई गंडक नदी हमेशा से ही इलाके के लोगों के लिए मुसीबत बनकर आती है. जिससे भारी मात्रा में जान माल का नुकसान होता है.

लोगों ने की हवाई अड्डे की मांग
वहीं, जिले के अधिकांश लोग विदेशों में रहते हैं. कारण ये है कि यहां रोजगार का कोई साधन नहीं है. सबैया हवाई अड्डा व मेडिकल कॉलेज यहां के मुख्य मांगे हैं. क्योंकि जिले के विभिन्न जगहों से लोग सदर अस्पताल में पहुंचते हैं. लेकिन सदर अस्पताल में पर्याप्त व्यवस्था नहीं होने के कारण तुरंत मरीजों को पटना या गोरखपुर रेफर किया जाता है. जो दोनों ही काफी दूरी पर है. ऐसे में मरीजों की जान रास्ते में ही चली जाती है. सबैया हवाई अड्डा को दोबारा चालू करने को लेकर कई नेताओं ने घोषणा की लेकिन आज तक नहीं बन सका.

बयान देते स्थानीय लोग

सभी पार्टियों को मिला मौका
गांव की सड़कें हो या एनएच सभी गड्ढे में तबदील हो गई हैं. आये दिन दुर्घटनाएं होती हैं लोगों ने बताया कि इस बार के चुनाव में उसी को वोट दिया जाएगा जो हमारी बातों को सुन पाए. वहीं, कुछ लोगों ने कहा कि हम लोगों ने सभी पार्टियों को मौका दिया. लेकिन किसी ने कुछ नहीं किया. सिर्फ वोट मांगने आते हैं. मतदान के दिन खत्म होते ही विकास का दिन भी खत्म हो जाता है. लोगों ने कहा कि इस जिले से तीन-तीन मुख्यमंत्री और एक रेल मंत्री भी हुए. लेकिन यहां से बिहार की राजधानी तक जाने के लिए एक भी ट्रेन नहीं है. देश की राजधानी कहां से जाएंगे.

विकास के नाम पर देंगे वोट
वहीं, राजद नेता ने कहा कि लालू यादव के राज में जिले में काफी विकास हुआ है. लेकिन पुनः मौका नहीं मिल सका. जिससे कुछ काम नहीं हो सके है. यहां बेरोजगारी सबसे बड़ी समस्या है. जो भी सांसद आये सभी ने सिर्फ वादा किया. लेकिन चुनाव जीतने के बाद दोबारा नजर नहीं आए. वहीं, कुछ लोगों ने कहा कि इस बार का चुनाव स्वास्थय, शिक्षा बेरोजगारी के मुद्दे पर होंगे. हम अपना वोट उन्हीं को देंगे जो हमारे हक की बात करेगा.

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