सुपौल: इंडो- नेपाल के खुली सीमा स्थित भीमनगर क्षेत्र में रविवार को नेपाल से अए जंगली हाथियों ने जम कर उत्पात मचाया. इस दौरान हाथियों के झुंड ने इलाके के कई किसानों के मकई की फसल को भी बर्बाद कर दिया. हाथियों के इस उत्पात से भीमनगर पंचायत के लोग दहशत में हैं.
सुपौल: इंडो-नेपाल सीमा इलाके में जंगली हाथियों का तांडव, लोगों में आतंक का माहौल
नेपाल के मृगवन से आए चार जंगली हाथियों ने भीमनगर बाजार में तोड़-फोड़ किया. उसके बाद एक हाथी बाजार होते हुए लालपुर वार्ड नंबर 13 के गांव में घुस गया और वहां मकई कि फसल को नुकसान पहुंचाया. वहीं तीन हाथियों ने भीमनगर सहरसा चौक के पीछे शैलेशपुर में कुछ झोपड़ियां उजाड़ दी.
जानकारी अनुसार नेपाल के मृगवन से आए चार जंगली हाथियों ने भीमनगर बाजार में तोड़-फोड़ किया. उसके बाद एक हाथी बाजार होते हुए लालपुर वार्ड नंबर 13 के गांव में घुस गया और वहां मकई कि फसल को नुकसान पहुंचाया. वहीं तीन हाथियों ने भीमनगर सहरसा चौक के पीछे शैलेशपुर में कुछ झोपड़ियां उजाड़ दी. साथ ही बगल में लगे मक्के के खेतों में जाकर क्षति पहुंचायी. हाथी के दहशत से भीमनगर पंचायत के लोग टीन, थाली पीटकर और आग जलाकर अपने घरों और खेतों का रखवाली करने की कोशिश करते रहे. लेकिन हाथी का तांडव जारी रहा. इसके बाद हाथी नेपाल प्रभाग की ओर चले गए.
वन विभाग के अधिकारी रहे मूकदर्शक
ग्रामीणों का आरोप है कि इस बीच वन विभाग के अधिकारी मूकदर्शक बने रहे. मौके पर भीमनगर ओपी प्रभारी ब्रजेश कुमार चौहान ने लोगों को हाथी से दूर रहने की अपील की. फॉरेस्टर केके झा ने बताया कि क्षति आकलन के बाद पीड़ित किसान को मुआवजा दिया जायेगा. उन्होने बताया कि लॉकडाउन के कारण हाथी भगाने का यंत्र नही लग पाया है.