सुपौल: जिले में जमीन विवाद ने हिंसक रूप ले लिया. मामला मुख्यालय पंचायत स्थित राजवाडा गांव का है. यहां गैरमजरूआ खास जमीन में बने रास्ते को बंद कर देने से हिंसक झड़प हो गई. इस दौरान तीन घरों को आग के हवाले कर दिया गया. साथ ही जमीन विवाद में हुई मारपीट में चार लोग घायल हो गए, जिन्हें उपचार के लिए पीएचसी छातापुर में भर्ती कराया गया है. घटनास्थल पर पहुंचे थानाध्यक्ष को आक्रोशित लोगों के गुस्से का शिकार होना पड़ा.
जमीन पर दखल कब्जा को लेकर विवाद
बताया जा रहा है कि सड़क किनारे की गैरमजरूआ खास की जमीन पर दखल कब्जा को लेकर मो. रहमान और मो. निजाम के बीच बिवाद चल रहा था. उक्त जमीन पर पहले से ही मो. रहमान और उसके रिश्तेदारों का घर बना हुआ है. मो. निजाम ने जमीन पर दावेदारी जताते हुए तीन महीने पहले मो. रहमान के घर से निकलने वाले मुख्य रास्ते को बंद कर दिया था. इससे दोनों पक्षों में तनाव काफी बढ़ गया.
जनता दरबार में चल रहा है मामला
स्थानीय लोगों ने बताया कि जमीन विवाद का यह मामला जनता दरबार में चल रहा है. यहां निष्पक्ष और उचित निर्णय नहीं आने के कारण विवाद ने उग्र रूप ले लिया. इसके बाद मारपीट और आगजनी की घटना को अंजाम दिया गया. आगजनी की सूचना के बाद छातापुर, भीमपुर और त्रिवेणीगंज से दमकल मौके पर पहुंची और आग पर काबू पाने की कोशिश शुरू की. लेकिन तब तक मो. रहीम, मो. सुलेमान और मो. एजाज के आवासीय घर सहित सभी सामग्री जलकर स्वाहा हो गए थे. मारपीट में 55 वर्षीय मो. उसमान, 50 वर्षीय मो. सुलेमान, 30 वर्षीय मो. कयामुल और 19 वर्षीय अबु तलहा गंभीर रूप से घायल हो गए. सभी का इलाज अस्पताल में चल रहा है.
थानाध्यक्ष पर लोगों ने लगाया आरोप
सूचना मिलने के तीन घंटे बाद पहुंचे थानाध्यक्ष अभिषेक अंजन को आक्रोशित लोगों ने तकरीबन एक घंटे तक घेर कर रखा. पीड़ित परिवार का आरोप है कि पुलिस आरोपी पक्ष के प्रभाव में काम कर रही है. उन्होंने कहा कि पहले पुलिस की मदद से आरोपी पक्ष ने मुख्य रास्ते की घेराबंदी कर दी और अब पुलिस जानबूझकर देर से पहुंची. पुलिस अगर समय पर पहुंचती तो आगजनी और मारपीट की घटना वृहद रूप नहीं लेती.
दर्ज की जा रही प्राथमिकी
आक्रोशित लोगों ने पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. साथ ही एस एच 91 को जाम करके आवागमन बाधित कर दिया. इससे सड़क के दोनों तरफ वाहनों की लंबी कतार लग गई. पुलिस ने उचित कार्रवाई का आश्वासन देकर जाम हटवाया. अंचलाधिकारी सुमित कुमार सिंह ने बताया कि पीड़ित पक्ष के आवेदन पर आरोपियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की जा रही है. उन्होंने बताया कि रास्ता विवाद को खत्म करने के लिए अंचल अमीन को दो दिनों के अंदर पुलिस बल के साथ स्थल पर भेजकर मापी करवाई जाएगी. त्रिवेणीगंज एसडीपीओ गणपति ठाकुर ने कहा कि थानाध्यक्ष पर लगे आरोपों की जांच की जा रही है. दोषी पाये जाने पर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी.