सुपौल:राजेश्वरी ओपी क्षेत्र स्थित राजेश्वरी पश्चिमी वार्ड संख्या दो बैरिया गांव में अगलगी की भीषण घटना हुई है. इस घटना में सात परिवार के 21 घर सहित लाखों की संपत्ति का नुकसान हुआ है. अगलगी में 14 पशुओं की जलने से मौत हो गई.
गांव में अफरा-तफरी
अगलगी के दौरान एक गैस सिलेंडर में आग लग जाने से भयंकर विस्फोट हो गया और गांव में अफरा-तफरी मच गई. हैरानी की बात यह है कि अगलगी में भारी नुकसान के बावजूद कोई भी प्रशासनिक पदाधिकारी या कर्मचारी स्थल पर नहीं पहुंचे हैं. ना ही पीड़ित परिवारों को तत्काल सहायता दी जा सकी है.
आग पर काबू पाने का प्रयास
अचानक आग ने रौद्र रूप लिया और देखते ही देखते सभी घरों को अपनी चपेट में ले लिया. आग लगने की शोर सुनकर लोग जान बचाकर भाग निकले. घटना स्थल पर सैकड़ों ग्रामीण इकट्ठा हुए और आग पर काबू पाने का प्रयास शुरू किया.
14 पशुओं की मौत
इस दौरान घटना की सूचना के बाद राजेश्वरी ओपी अध्यक्ष विश्वनाथ प्रसाद रवि दमकल के साथ मौके पर पहुंचे और आग पर काबू पाने में सहयोग किया. लेकिन तब तक सात परिवारों के आशियाने खाक हो गये. अगलगी में एक बाइक, पांच साइकिल, चार होण्डा मोटर, नगदी, जेवरात, वस्त्र, फर्नीचर सहित सभी घरेलू सामग्री जलकर राख हो गये. वहीं चपेट में आने से 14 पशुओं की मौत हो गई.
मौके पर पहुंचे पूर्व मुखिया
पीड़ित परिवारों में मसोमात यशोदा देवी, मसोमात सुशीला देवी, सुशील मंडल, उमेश मंडल, भोला मंडल, रामचंद्र मंडल और दिनेश मंडल के नाम शामिल हैं. जो आशियाना खाक हो जाने के बाद खुले आसमान के नीचे समय गुजारने को मजबूर हैं. जानकारी के बाद पूर्व मुखिया संतोष कुमार मंडल स्थल पर पहुंचे और नुकसान का जायजा लेते परिवारों को सांत्वना दी.
लोगों में आक्रोश
ग्रामीणों ने बताया कि घटना की सूचना देने के बावजूद प्रशासनिक कोई भी पदाधिकारी या कर्मचारी स्थल पर नहीं पहुंचे हैं. जिसको लेकर लोगों में आक्रोश है. संवेदनहीनता की हद यह है कि पीड़ित परिवारों को तत्काल सहायता भी उपलब्ध नहीं कराई गई है.
क्या कहते हैं सीओ
इस बाबत अंचलाधिकारी सुमित कुमार सिंह ने बताया कि वे और सभी कर्मी चुनाव कार्य में व्यस्त हैं. किसी सहयोगी को स्थल पर भेजकर नुकसान का आकलन कराया गया है. सभी पीड़ित परिवारों को तत्काल सहायता उपलब्ध कराने के बाद आपदा के तहत जो भी सहयोग होगा किया जाएगा.