सुपौल:बिहार के सुपौल में ट्रेन का परिचालन शुरू हो गया (Train Operations Started in Supaul) है.1934 के प्रलयंकारी भूकंप में ध्वस्त कोसी में ट्रेन का परिचालन आज 88 वर्षों के बाद शुरू हुआ. दो भागों में विभक्त मिथिलांचल रेल मार्ग से जुड़ गया है जो विकास के नए पैगाम देगा. इलाके में खुशहाली होगी. व्यापार के मार्ग भी प्रसस्त होंगे. मिथिला के रेल सेवा से जुड़ने के बाद इलाके के लोगों में खुशी का माहौल है. झंझारपुर से रेल मंत्री अश्वनी वैष्णव ने हरी झंडी दिखाकर ट्रेन को रवाना किया जो निर्मली के रास्ते होते हुए सहरसा तक जाएगी. कोसी की तबाही के बीच ट्रेन का परिचालन काफी अहम माना जा रहा है.
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1934 के बाद पहली बार ट्रेन का हुआ परिचालन:मिली जानकारी के अनुसार, 88 वर्षों से विभक्त मिथिलांचल यूं तो 6 जून 2003 को अटल बिहारी वाजपेई द्वारा रखे गए शिलान्यास के बाद एनएच 57 के जरिए कुछ साल पहले जुड़ गया था. लेकिन ट्रेन के मामले में यह इलाका आज भी पिछड़ा रहा था. लेकिन आज ट्रेन का परिचालन शुरू होते ही पूरे तरीके से मिथिलांचल का एकीकरण हो गया. कई ऐसे बुजुर्ग है जो 1934 के भूकंप में ट्रेन को ध्वस्त होते देखा था. ऐसे कई लोग हैं जिनके चेहरे पर आज खुशियां देखने लायक थी. कोसी की तबाही के बीच ट्रेन का परिचालन काफी अहम माना जा रहा है. इस इलाके में ट्रेन का परिचालन शुरू होते ही व्यापार भी लोगों का दिन-दूनी और रात चौगुनी हो जाएगा.