सुपौल: साल 2006 में अपराध की दुनिया को छोड़कर समाज की मुख्यधारा से जुड़ने के लिए 129 दुर्दांत अपराधियों ने आत्मसमर्पण किया था (129 Criminals Surrendered in Supaul). आत्मसमर्पण करने वालों का कहना है कि सरकार की तरफ से तमाम वादे किये गये थे, लेकिन उन्हें उसका लाभ नहीं मिला. जिसका विरोध करने के लिए भारी संख्या में आत्मसमर्पणकारियों ने 16 साल बाद प्रदर्शन किया (Surrenders Demonstrated in Supaul) और त्रिवेणीगंज के डीएसपी गणपति ठाकुर को ज्ञापन सौंपा और सरकार से शीघ्र वादों को पूरा करने की मांग की.
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दरअसल, कोसी के दियारा इलाके में 1990 से 2005 तक के दुर्दांत डकैतों ने सीएम नीतीश के कहने पर 2006 में हथियार के साथ आत्मसमर्पण कर मुख्य धारा से जुड़े थे. सुपौल के त्रिवेणीगंज मेला ग्राउंड में 129 दुर्दांत अपराधियों ने सरेंडर कर नया जीवन शुरुआत करने की कसमें खायी थी. इन लोगों के आत्मसमर्पण के समय सरकार ने कई घोषणायें की, लेकिन आज तक एक भी वादा पूरा नहीं किया गया. जिसको लेकर त्रिवेणीगंज में इन लोगो के द्वारा प्रदर्शन किया गया.