सुपौल:बिहार के सुपौल सदर अस्पताल से कैदी फरार (Prisoner Absconding From Supaul Sadar Hospital) हो गया. जिसके बाद से पुलिस और अस्पताल की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़ा हो गया है. अस्पताल में भर्ती कैदी वाशरूम गया था. जहां उसने नल खोलकर खिड़की का ग्रिल तोड़कर वहां से फरार हो गया. अस्पताल से कैदी के भागने की जानकारी मिलते ही वहां हड़कंप मच गया. पुलिस ने फरार कैदी की तलाश शुरू कर दी है.
ये भी पढ़ें-सहरसा कोर्ट में पेशी के दौरान कैदी फरार, पूर्व प्रमुख हत्याकांड में है आरोपी
अस्पताल से कैदी फरार:घटना के संबंध में बताया जा रहा है कि कैदी वार्ड से सटे वाशरूम में गया था. जहां उसने वाशरूम का नल खोलकर वाशरूम में लगी खिड़की को आरी ब्लेड से काटने लगा. नल चलने की वजह से काटे जा रहे खिड़की की आवाज बाहर या वार्ड के अन्य कैदी को नहीं सुनाई दिया. काफी देर तक नल चलते रहने और कैदी के बाहर नहीं आने पर जब अन्य कैदी ने वाशरूम खोलने की कोशिश की तो वाशरूम नहीं खुला.
खिड़की तोड़कर भागा कैदी:वाशरुम के गेट नहीं खुलने की जानकारी अन्य कैदियों ने सुरक्षा में लगे जवान को दिया गया. जिसके बाद जवानों ने वाशरूम के गेट को धक्का दिया. लेकिन वाशरूम का गेट नहीं खुला. इसके बाद एक दूसरे सुरक्षा कर्मी ने जब खिड़की से झांकना चाहा तो उसके होश उड़ गए. उसने देखा कि खिड़की में लगे ग्रिल का छड़ कटा हुआ है और नल अनवरत चल रहा है. साथी ही कैदी वहां से फरार था. घटना की जानकारी सुरक्षा कर्मियों ने अस्पताल प्रबंधन को दी.
सुरक्षाकर्मियों ने दी जानकारी: अस्पताल प्रबंधन ने स्थानीय थाने और वरीय अधिकारियों को मामले की सूचना दी. घटना की सूचना मिलने के बाद सदर थानाध्यक्ष मनोज कुमार महतो मौके पर पहुंचे और घटनास्थल का जायजा लिया. विचाराधीन कैदी का नाम मो. हजरत है, जो छातापुर थाना क्षेत्र में एक बाइक चोरी के मामले में जेल में बंद था. गुरुवार की शाम तबीयत खराब होने पर उसे जेल प्रशासन द्वारा इलाज के लिए सदर अस्पताल लाया था. जहां उसे इलाज के बाद सदर अस्पताल के कैदी वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया था. जहां से वह फरार हो गया.
मामले की जांच में जुटी पुलिस:ड्यूटी मौजूद गार्ड ने बताया कि तीन गार्ड की ड्यूटी वहां पर थी. जिसमें से एक गार्ड छुट्टी पर था और दो गार्ड बाहर में तैनात थे. बाथरूम के अंदर से नल चलने की आवाज आने के कारण ग्रिल काटने की आवाज सुनाई नहीं दी. जिसके कारण यह घटना घटी है. फिलहाल इस मामले में कोई भी प्रशासनिक अधिकारी कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है. इस संबंध में सदर एसडीएम मनीष कुमार ने बताया कि मामले की सूचना मिली है. पुलिस मामले की तहकीकात में जुटी है.
विश्वसनीय खबरों को देखने के लिए डाउनलोड करेंETV BHARAT APP