सुपौल: राज्य सरकार भले ही सरकारी अस्पताल में समुचित संसाधन और बेहतर स्वास्थ्य व्यवस्था का दावा करती हो, लेकिन जमीनी स्तर स्वास्थ्य व्यवस्था बद से बदतर है. ताजा मामला सुपौल के अनुमंडलीय अस्पताल त्रिवेणीगंज (Sub Divisional Hospital Triveniganj) से जुड़ा है. जहां सड़क हादसे (One Person Die in Road Accident in Supaul) में जख्मी एक मरीज को डॉक्टरों ने इलाज के लिए हायर सेंटर रेफर कर दिया था. लेकिन, समय से एम्बुलेंस नहीं मिलने के कारण उसने अस्पताल में ही दम तोड़ दिया. घटना को लेकर अस्पताल के स्वास्थ्य प्रबंधक प्रेम रंजन ने बताया कि अस्पताल में एक मात्र एम्बुलेंस है. जो जर्जर अवस्था में है.
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दरअसल, जदिया थाना क्षेत्र के बघेली पंचायत के रघुनाथपुर वार्ड नम्बर 3 निवासी रंधीर यादव का 18 वर्षीय पुत्र सिंटू कुमार अपने घर से साइकिल पर सवार होकर जदिया बाजार जा रहा था. इसी क्रम में जदिया थाना क्षेत्र के अनंतपुर चौक पर तेज रफ्तार की बाइक ने पीछे से उसको ठोकर मार दिया. जिसके बाद जख्मी छात्र सिंटू को स्थानीय, लोगों और परिजनों ने जख्मी अवस्था में अनुमंडलीय अस्पताल में भर्ती कराया. जहां, डॉक्टर की टीम ने प्राथमिक उपचार के बाद उसे बेहतर इलाज के लिए हायर सेंटर रेफर कर दिया.