सुपौल: भारत नेपाल सीमावर्ती क्षेत्र में चल रहीं शराब की दुकानों को हटाने, वाहनों की जांच, अपराधियों की धड़पकड़ के लिए सूचनाओं के आदान-प्रदान, तस्करी, आर्म्स व गोला बारूद के अलावे बाढ़ पूर्व कटाव निरोधक कार्यो के दौरान नेपाल प्रक्षेत्र में इंजीनियर व कर्मियों की सुरक्षा सहित कई मुद्दों पर इंडो-नेपाल की बैठक (Indo Nepal Coordination Committee meeting) में दोनों देशों के पदाधिकारियों के बीच आम सहमति बन गई.
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जल संसाधन विभाग के वीरपुर स्थित मुख्यालय के कौशिकी भवन के सभागार में शुक्रवार को जिला प्रशासन सुपौल की अगुआई और डीएम कौशल कुमार (DM Kaushal Kumar) की अध्यक्षता में इंडो-नेपाल के पदाधिकारियों की बैठक आयोजित की गई. इसमें विभिन्न 14 एजेंडे पर विचार विमर्श किया गया. बैठक से पहले नेपाल से आये सुनसरी और सप्तरी के पदाधिकारियों को गार्ड ऑफ ऑनर देकर सम्मनित किया गया.
विभिन्न मुद्दों पर विस्तृत चर्चा: बैठक में जिन 14 एजेंडे पर चर्चा की गई उसमें नेपाल के सीमाक्षेत्र में नो मेंस लैंड के पास अनधिकृत शराब की दुकानों को हटाने, वाहनों की नियमित जांच, अपराधियों की धड़पकड़ के लिए सूचनाओं का आदान-प्रदान तथा तस्करी को रोकने, तात्कालिक गोपनीय सूचनाओं के आदान-प्रदान तथा कोसी योजनाओं के अभियंताओं को रात के 10 बजे के बाद आने-जाने पर लगी रोक हटाने, कोसी वन संरक्षित क्षेत्र में केवल 15 दिनों के लिए पास दिए जाने और उसके नवीनीकरण में हो रही कठिनाई, कोसी वन टापू क्षेत्र स्थित प्रकाशपुर में नेपाल आर्मी का एक नए बेरियर लगा दिए जाने से हो रही परेशानी, कोसी बराज के दोनों ही क्षेत्रों- पूरब और पश्चिमी भाग में लोगों के द्वारा अवैध रूप से किये गए अतिक्रमण, पूर्वी कोसी बाहोत्तथान बांध के घने जंगलों में हाथियों के आने और उससे होने वाली कठिनाइयों समेत अन्य मुद्दों पर विस्तृत चर्चा हुई.