सुपौल: जिले में विभिन्न मांगों को लेकर दैनिक वेतनभोगी कर्मचारी 9 दिसंबर से समाहरणालय के मुख्य मार्ग पर अनिश्चितकालीन धरना पर बैठे हैं. दैनिक वेतनभोगी कर्मी लक्ष्मी शर्मा की अध्यक्षता में जिले के एक दर्जन से अधिक कर्मी धरना पर बीते 5 दिन से डटे हैं.
5 दिन से जारी है धरना
दैनिक वेतन कर्मचारी यूनियन के तत्वावधान में सेवा नियमति करने की मांग को लेकर धरना पर बीते चार दिन से बैठे है. इन कर्मियों का एक्टू और भाकपा माले ने भी समर्थन किया है. दोनों संगठन के जिला स्तर के कार्यकर्ता धरना स्थल पर पहुंच कर उन लोगों की मांग को जायज बताया है.
आमरण अनशन और आत्मदाह की दी धमकी
दैनिक वेतनभोगी कर्मचारी यूनियन के जिला सचिव सरोजकांत झा ने बताया कि सरकार के सामान्य प्रशासन विभाग के अनुसार 11 दिसंबर 1990 के पहले सभी विभाग के जितने भी दैनिक भोगी कर्मचारी हैं, जो 240 दिनों की अर्हता पूर्ण कर ली है, उन्हें नियमित किया जाना है. सभी विभाग के पदाधिकारी इस संदर्भ में अपना मंतव्य डीएम को सौंप चुके हैं. लेकिन जिला स्थापना शाखा की उदासीनता की वजह से उनलोगों की नियुक्ति अधर में लटका हुआ है. उन्होंने कहा कि अपनी एक सूत्री मांग को लेकर वे लोग कई बार धरना प्रदर्शन कर चुके हैं. हर बार डीएम की ओर से नियुक्ति का आश्वासन दिया गया.
जिला प्रशासन को दी चेतावनी
जिला सचिव ने जिला प्रशासन को चेतावनी देते हुए कहा कि हम लोगों की मांग को पूरा नहीं किया गया, तो वे लोग बाध्य होकर आमरण अनशन और आत्मदाह करने पर विवश होंगे.