सुपौल:डीएम महेंद्र कुमार ने सदर अस्पताल का निरीक्षण किया. जिलाधिकारी के अचानक अस्पताल पहुंचने से अस्पताल कर्मियों में हड़कंप मच गया. डीएम सबसे पहले ओपीडी पहुंचे और डॉक्टरों से अस्पताल की व्यवस्था की जानकारी ली. अस्पताल प्रबंधक से डॅाक्टरों की उपस्थिति के बारे में भी जानकारी ली. साथ ही पर्ची काउंटर पर तैनात कर्मियों को कई आवश्यक दिशा-निर्देश दिया. जिसके बाद डीएम ने पैथोलॉजी जांच लैब का निरीक्षण किया.
मॉडल अस्पताल के रूप में विकसित होगा सदर अस्पताल: डीएम
निरीक्षण के बाद पत्रकारों से बात करते डीएम ने बताया कि सुपौल सदर अस्पताल को मॉडल अस्पताल के रूप में विकसित किया जा रहा है. जहां अस्पताल भवन के तृतीय तल पर ऑपरेशन थिएटर का निर्माण किया जाना है. साथ ही प्रसव कक्ष को रिमॉडलिंग करते हुए हाइटेक सुविधाओं से लैस किया जाएगा. वहीं अस्पताल में आपातकालीन कक्ष सहित जेनरल वार्ड की भी व्यवस्था मॉडल तरीके से की जायेगी. डीएम ने कहा कि अस्पताल में डॉक्टर की कमी होने की वजह से लोगों को समुचित सुविधा नहीं मिल रही है. जिसको लेकर विभाग को अवगत कराया गया है. जल्द ही इस समस्या को दूर कर लिया जायेगा.
गंदगी और कुव्यवस्था देख बिफरे डीएम
इस दौरान अस्पताल का पहले से निरीक्षण कर रहे सदर एएसडीओ अनंत कुमार ने बताया कि तीन चिकित्सक अनुपस्थित पाए गये हैं. एएसडीएम ने सदर अस्पताल की विधि-व्यवस्था से भी जिलाधिकारी को अवगत कराया. अपर अनुमंडल पदाधिकारी अनंत कुमार ने बताया कि जांच के दौरान तीन चिकित्सक ड्यूटी से अनुपस्थित पाये गये. जिनमें डेंटल चिकित्सक पूजा भारती, महिला रोग विशेषज्ञ डॉ रीता सिंह और शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ हरिशंकर कुमार शामिल हैं.