सुपौल: बिहार के सुपौल में जमीन विवादको लेकर एक प्रखंड प्रमुख को गिरफ्तार किया गया. उस पर जबरदस्ती निजी जमीन पर निर्माण कार्य बंद कराने और तोड़फोड़ करने का आरोप है. यह मामला निर्मली प्रखंड का है. यहां के प्रखंड प्रमुख वासिद अहमद और कुनौली बाजार के पवन मंडल के खिलाफ कुनौली थाना में इस बाबत प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी. इसी आलोक में शनिवार को कुनौली वार्ड नंबर 16 स्थित कबीर आश्रम के पास से पुलिस ने वासिद अहमद और पवन मंडल को गिरफ्तार किया.
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निजी जमीन को सरकारी बताकर की तोड़फोड़ : गिरफ्तारी के बाद दोनों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है. कुनौली थानाध्यक्ष ने बताया कि कुल 02 कट्ठा 11 धूर जमीन रैयती जमीन है. जिसका खाता नंबर 252 खेसरा नंबर 1795,1895 है. इस जमीन की खरीद बिक्री पर कन्डिशनल रोक है. लेकिन मालिकाना हक जमींदार का ही माना जायेगा. इसके बावजूद कुछ लोगों ने जमीन पर कराये जा रहे कार्य को जबरदस्ती रोक दिया गया. थानाध्यक्ष ने बताया कि मामले में सत्य नारायण पासवान 09 लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करायी थी.
"प्रखंड प्रमुख वासिद अहमद और पवन मंडल के विरुद्ध कुनौली थाना में मामला दर्ज है. गिरफ्तार अभियुक्त पर निजी जमीन को सरकारी जमीन कह कर उस पर रैयत द्वारा कराये जा रहे निर्माण को तोड़-फोड़ करने व अफवाह फैलाने सहित कई गंभीर आरोप है."- संतोष कुमार निराला, थानाध्यक्ष,कुनौली
26 सितंबर को दर्ज हुई थी प्राथमिकी :पीड़ित सत्य नारायण पासवान के आवेदन पर वासिद अहमद, पवन मंडल, इशरार आलम, मो. शहशांह, मो. इरशाद, भूषण गोल्ड, हीरानंद साह, फारूख शेख व सुरेश सिंह के खिलाफ थाना में आवेदन देकर केस दर्ज कराया गया है. पीड़ित सत्यनारायण पासवान ने जातिसूचक शब्द का प्रयोग करते हुए गाली-गलौज, निर्माणाधीन भवन को तोड़फोड़, सामग्री लूटपाट और रंगदारी मांगने का आरोप लगाया है. वहीं पवन मंडल और वासिद अहमद पर रंगदारी के रूप में 5 लाख रुपये मांगने का आरोप लगाया है.