बिहार

bihar

ETV Bharat / state

खूंटा गाड़ने को लेकर हो रहा था विवाद, बीच बचाव करने पहुंचे बुजुर्ग को पीट-पीटकर मार डाला

Murder In Supaul: सुपौल में जमीन विवाद को लेकर एक बुजुर्ग की लाठी-डंडे से पीट-पीट कर हत्या कर दी दी गई. इससे इलाके में सनसनी फैल गई. पुलिस ने 12 लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है. मामला जदिया थाना क्षेत्र के जदिया पंचायत के फुलकाहा का है. पढ़ें पूरी खबर.

सुपौल में बुजुर्ग की हत्या
सुपौल में बुजुर्ग की हत्या

By ETV Bharat Bihar Team

Published : Nov 2, 2023, 9:55 PM IST

सुपौल: बिहार के सुपौल में जमीन विवाद में बीच बचाव करना एक बुजुर्ग का भारी पड़ गया. 60 वर्षीय बिजेंद्र मेहता की लाठी-डंडे से पीटकर कर हत्या कर दी. घटना के बाद मृतक के घर में कोहराम मच गया. घटना जदिया थाना क्षेत्र के जदिया पंचायत के फुलकाहा वार्ड नंबर 16 की है. घटना की सूचना मिलते ही जदिया पुलिस मौके पर पहुंच कर हत्या में शामिल एक दर्जन से अधिक महिला एवं पुरुष को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है.

सुपौल में बुजुर्ग की हत्या:बताया जाता है कि शिबू मेहता एवं चंदेश्वरी मेहता के बीच सात धुर जमीन को लेकर कई वर्षों विवाद चला आ रहा है. जमीन पर चंदेश्वरी मेहता खूंटा गाड़ रहा था. शिबू मेहता ने मना किया तो चंदेश्वरी मेहता उससे उलझ गया. हाथापाई होते देख बिजेंद्र मेहता बीच-बचाव करने पहुंचे तो चंदेश्वरी मेहता ने उसे लाठी डंडे से पीटने लगे. जिससे वह बेहोश होकर सड़क पर गिर गये. परिजनों ने उन्हें अनुमंडल अस्पताल त्रिवेणीगंज ले गये. जहां डॉक्टर ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.

शिबू के हाथों बेची थी विवादित जमीन: बताया जाता है कि विवादित जमीन को बिजेंद्र मेहता ने पांच साल पूर्व शिबू मेहता के हाथों बेच दिया. उसी जमीन पर चंदेश्वरी मेहता अपने परिवारवालों के साथ मिलकर खूटा गाड़ रहा था. खूंटा गाड़ने से मना करने पर ही विवाद उत्पन्न हुआ और बिजेंद्र मेहता की जान चली गयी.घटना की जानकारी मिलते ही डीएसपी विपीन कुमार थाना पहुंच कर थानाध्यक्ष राजीव कुमार से जानकारी ली. जदिया पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सुपौल भेज दिया. फिलहाल पीड़ित परिजनों द्वारा अब तक आवेदन नहीं दिया गया है.

"जमीन विवाद को लेकर एक बुजुर्ग की हत्या कर दी गई. पुलिस 12 लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है. फिलहाल पीड़ित परिजनों द्वारा अब तक आवेदन नहीं दिया गया है."-राजीव कुमार, थानाध्यक्ष

ABOUT THE AUTHOR

...view details