सुपौल:लोक आस्था और सूर्य उपसना का महापर्व छठ पूजा उदयमान सूर्य को अर्घ्य देने के साथ ही सम्पन्न हो गया. नहाय खाय से शुरू होकर चार दिनों तक चलने वाले इस अनुठे अनुष्ठान की तैयारी में श्रद्धालु दीपावली के बाद से ही जुट जाते हैं.
उदीयमान सूर्य को अर्घ्य देकर 36 घंटे बाद व्रतियों ने किया पारण
छठ पर्व पूरे जिले में सौहार्दपूर्ण वातावरण में संपन्न हुआ. भगवान भास्कर की आराधना के बाद व्रती और श्रद्धालु छठ घाट से अपने घरों की निकल गए. 36 घंटे के निर्जला उपवास के बाद व्रतियों ने पारण किया.
उगते सूर्य को दिया गया अर्घ्य
जिला मुख्यालय सहित ग्रामीण इलाकों की पोखर, तालाब और नदियों में बने छठ घाटों पर व्रती के साथ श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी. वहीं भीमनगर स्थित कोसी बराज के समीप इंडो नेपाल के श्रद्धालु इस मौके पर साथ-साथ भगवान भाष्कर को अर्घ्य देते दिखे. मंडल कारा में आधा दर्जन से अधिक बंदी भी पूरी श्रद्धा और निष्ठा के साथ सूर्य भगवान की आराधना में जुटे थे. कैदियों के लिये जेल प्रशासन ने पूजा सामग्री सहित अन्य चीजों की व्यवस्था की थी.
सौहार्दपूर्ण वातावरण में संपन्न हुआ छठ
छठ पर्व पूरे जिले में सौहार्दपूर्ण वातावरण में संपन्न हुआ. भगवान भास्कर की आराधना के बाद व्रती और श्रद्धालु छठ घाट से अपने घरों की ओर लौट रहे हैं. 36 घंटे के निर्जला उपवास के बाद व्रती आज पारण करेंगे.