सुपौल: बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. जगन्नाथ मिश्र का पार्थिव शरीर पंचतत्व में विलीन हो गया. बुधवार को उनके पैतृक गांव वीरपुर अनुमंडल के बलुआ बाजार में राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया. इस मौके पर बीजेपी विधायक नीरज बबलू ने कहा कि डॉ. मिश्रा का आदेश था कि बलुआ को प्रखंड बनाया जाये. हम मुख्यमंत्री जी से आग्रह करते हैं कि जल्द से जल्द बलुआ को प्रखंड बनाया जाये.
बीजेपी विधायक नीरज बबलू ने कहा कि डॉ. मिश्रा राज्य के प्रतिष्ठित नेता थे. उन्हें जो सम्मान मिला है, शायद ही किसी नेता को मिलेगा. अपने मुख्यमंत्री काल में जगन्नाथ मिश्र ने काफी विकास का काम किया है. उनके निधन से एक युग का अंत हो गया. नीरज बबलू ने कहा कि उनका निधन मेरे लिये व्यक्तिगत क्षति है. उनके क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने को मुझे मिला है, ये मेरे लिये काफी गौरव की बात है.
डॉ. मिश्र के बड़े बेटे ने दी मुखाग्नि
बता दें कि डॉ. मिश्र के बड़े बेटे और केन्द्रीय गृह विभाग में कार्यरत मुख्य वित्तीय सलाहकार संजीव मिश्रा ने वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ उन्हें मुखाग्नि दी. इससे से पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी, स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय, विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार चौधरी, राजद नेता अब्दुलबारी सिद्दिकी सहित अन्य मंत्री, सांसद और विधायकों ने पुष्पांजलि देकर दिवंगत पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. मिश्र को श्रद्धांजलि अर्पित की. पूर्व मुख्यमंत्री के अंत्येष्टि को लेकर काफी संख्या में लोग जुटे हुए थे.
पंचतत्व में विलीन हुआ डॉ. जगन्नाथ मिश्र का पार्थिव शरीर पार्थिव शरीर के पहुंचते ही गमगमीन हुआ माहौल
डॉ. जगन्नाथ मिश्रा का पार्थिव शरीर बलुवा पहुंचते ही उनके अंतिम दर्शन के लिए जन सैलाब उमड़ पड़ा. हर कोई दिवंगत डॉ. मिश्र के अंतिम दर्शन के लिए ललायित था. एम्बुलेंस के पहुंचते ही वहां का माहौल गमगीन हो गया. ‘डॉक्टर साहब अमर रहे, जगन्नाथ बाबू अमर रहे’ के नारे गूंजने लगे.
सुरक्षा के थे पुख्ता इंतजाम
पूर्व मुख्यमंत्री की अंत्येष्ठी को लेकर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे. खासकर मुख्यमंत्री सहित कई वीआईपी के आगमन को लेकर प्रशासन और पुलिस सजग थी. कोसी रेंज के डीआईजी सुरेश चौधरी खुद सुरक्षा व्यवस्था की मॉनिटरिंग कर रहे थे.