सुपौल:बिहार के सुपौल में भीषण आग में 80 से 90 घर जलकर राख हो गई. (90 houses burnt to ashes in Supaul) बताया जा रहा है कि मंगलवार की दोपहर खाना बनाने के दौरान चुल्हे की चिंगारी से निकली आग ने घरों को जला कर राख कर दिया. घटना पिपरा थाना क्षेत्र के पथरा उत्तर पंचायत स्थित दसियावही गांव का है. हालांकि आगलगी की इस घटना में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है. प्रशासन की ओर से सभी प्रभावित परिवारों की सूची बनाकर राहत मुहैया कराई जा रही है.
ये भी पढ़ें: Murder In Supaul: युवक का शव बरामद, परिवार का आरोप- प्रेम प्रसंग में मार डाला
आग की लपटें देखकर लोग भयभीत हुए:आग की लपटें इतनी तेज थी कि लोग घर से समान निकालने के बजाय भागते नजर आये. वार्ड नंबर 01 एक और वार्ड नंबर 02 में एक घंटे के अंदर सैकड़ों परिवार खुले आसमान के नीचे आ गये. बताया जा रहा है कि मो रियाज़, मो मुर्तुजा, मो कलीम, मो सलीम, मो हबीब, मो सकूर, मो गफूर, मो भोला, मो सगीर, मोहम्मद रहूफ सहित दर्जनों परिवार का घर भीषण अगलगी की घटना में जल कर राख हो गये.
विलंब से पहुंची फायर ब्रिगेड की गाड़ी: घटना की जानकारी फायर ब्रिगेड को भी दी गयी. फायर ब्रिगेड की गाड़ी लेट से पहुंचने के कारण लोग आक्रोशित हो गये. हालांकि प्रशासन के हस्तक्षेप के बाद आक्रोशित लोग शांत हो गये. इस घटना में लाखों की संपत्ति के नुकसान का अनुमान लगाया जा रहा है.
दर्जनों परिवार हुए बेघर:प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार मंगलवार की दोपहर खाना बनाने के दौरान एक परिवार के घर से चिंगारी निकली. जिससे घर में आग लग गयी. देखते ही देखते आग पड़ोसी के घर को भी आगोश में समा लिया. पछिया हवा के कारण आग विकराल रूप धारण कर लिया. लोग भयभीत हो गये. घर में रखा सारा सामान को जला गया. इस अगलगी में लाखों रुपये का नुकसान हुआ है.
पीड़ित परिवारों में मची चीख पुकार:आस-पास के लोग पहुंच आग बुझाने का प्रयास किया. लेकिन आग के विकराल रूप देख लोग आग बुझाने का साहस नहीं जुटा पा रहे थे. आग की तपिश से लोग इधर-उधर भागने लगे. वहीं पीड़ित परिवारों के बीच चीख पुकार मची रही. जिन परिवार का अधिक क्षति हुआ वह रोते-बिलखते देखे गये. वहीं गरीब लोग अपने आशियाने के जलने के गम में बेसुध हो गये.
एसडीएम की देखरेख में बनाई गई सूची: एसडीएम मनीष कुमार की देखरेख में पीड़ित परिवारों का सूची बनाकर राहत सामग्री मुहैया करायी जा रही है. एसडीएम मनीष कुमार ने बताया कि आपदा प्रबंधन के तहत सभी प्रभावित परिवारों की सूची बनाकर राहत मुहैया कराई जा रही है. उन्होंने कहा कि इस आगलगी की घटना में लगभग 80 से 90 घर जलने का अनुमान है. इस मौके पर एसडीपीओ कुमार इन्द्र प्रकाश, बीडीओ असीम कुमार, सीओ रविन्द्र चौपाल, थानाध्यक्ष विनोद कुमार सिंह सहित पंचायत जनप्रतिनिधि मौजूद थे.
कैसे करेंगे इफ्तार : रमजान का पवित्र महीना होने के कारण अधिकांश लोग रोजा में थे, लेकिन अगलगी की इस घटना में उनका सबकुछ लूट जाने के बाद अब उन्हें भविष्य की चिंता सताने लगी है. बेगम साजदा ने कहा कि इफ्तार कैसे करेंगे यह समस्या बनी हुई है. उन्होंने कहा कि अब रात में बच्चे कैसे सोएंगे. उन्हें क्या खिलाउंगी. हालांकि आगलगी की घटना की सूचना मिलते ही अधिकारी सहित समाजसेवी स्थल पर पहुंच पीड़ित परिवारों को हर संभव सहायता प्रदान करने का आश्वासन दे रहे हैं.
"आपदा प्रबंधन के तहत सभी प्रभावित परिवारों की सूची बनाकर राहत मुहैया कराई जा रही है. अगलगी की घटना में लगभग 80 से 90 घर जलने का अनुमान है."-मनीष कुमार, एसडीएम