सिवान: कठिनाइयां कितनी भी हो, पर जब लक्ष्य को पाने की चाहत हो तो दुनिया की कोई भी ताकत आपको आपके मंजिल तक पहुंचने से रोक नहीं सकती.हमारे समाज में ऐसे कई उदाहरण हैं जहां आर्थिक, सामाजिक और पारिवारिक चुनौतियों का सामना करते हुए लोग सफलता की कहानी लिख चुके हैं. इसमें से ही एक हैं सिवान जिले के रामपुर के एक छोटे से गांव में रहने वाला कृष्णा गरीबी से निकलकर आज इंजीनियर बन साबित कर दिया है कि मेहनत के बदौलत कुछ भी असंभव नहीं.
कृष्णा ने बचपन से ही इंजीनियर बनने का सपना देखा था पर गरीब परिवार में जन्म लेने पर उसका सपना टूटा दिख रहा था. बड़े होने पर अपनी प्रारंभिक शिक्षा गांव के ही प्राथमिक विद्यालय से की और इसके बाद गांव के ही एक स्कूल से 8वीं तक की पढ़ाई की.वीएम उच्च विद्यालय से 84% अंक के साथ मैट्रिक की परीक्षा पास की.यही से इस युवक की ज़िंदगी ने करवट बदली. बगल के गांव के समाजसेवी मुन्ना चौधरी का साथ मिला युवक ने अपनी सारी कहानी समाजसेवी से कही. फिर क्या था युवक की प्रतिभा देख समाजसेवी ने कृष्णा की मदद की और उसे खाने,पढ़ने के लिए आर्थिक मदद दी. कृष्णा को पहले पटना में फिर दिल्ली भेज उसे इस काबिल बना दिया.