सीवान: स्टेशन पर आरक्षित टिकट लेने में यात्रियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. वर्तमान समय में पांच की जगह मात्र दो आरक्षण काउंटर चल रहे हैं. ऐसे में भीड़ ज्यादा बढ़ने से लोग परेशान हैं. वहीं, सीनियर सिटीजन, महिलाओं और दिव्यांगों के लिए बना काउंटर भी बंद होने से यात्रियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
पर्सनल आईडी से टिकट बनवाने वाले बहुत कम
पूर्वोत्तर रेलवे में सीवान स्टेशन आय की दृष्टि से महत्वपूर्ण स्टेशन होने के बाद भी रेल अधिकारियों की उपेक्षा के कारण दिन-प्रतिदिन यहां पर यात्री सुविधाओं में कटौती की जा रही है. वहीं, पर्सनल आईडी से टिकट बनवाने वाले यात्रियों की संख्या बहुत कम है.
सीवान में आरक्षित टिकट लेने में यात्रियों को हो रही परेशानी प्राइवेट एजेंट लेते हैं अतिरिक्त चार्ज
वहीं, अगर प्राइवेट एजेंसी से आरक्षण टिकट ली जाए तो रेल यात्रियों को प्रति यात्री 50 से 100 रुपये अतिरिक्त देना होता है. कभी-कभी तो प्राइवेट एजेंसी वाले कंफर्म टिकट देने के नाम पर प्रति यात्री 500 रुपये तक वसूल लेते हैं.
सीवान रेल आरक्षण टिकट केन्द्र एक टिकट बनाने में 4 से 5 मिनट का लेते हैं समय
रेल मानक के अनुसार 4 घंटे के समय में काउंटर पर तैनात कर्मियों को कम से कम 180 टिकट बनाना है. इससे अधिक मांग पत्र होने की स्थिति में रेल अतिरिक्त काउंटर खोलने पर विचार करेगा. लेकिन सीवान जंक्शन पर रेल मानक के अनुसार रेलकर्मी टिकट नहीं बनाते हैं. उन्हें रेल मानक के अनुसार 1 मिनट 33 सेकंड में एक टिकट बनाना है, लेकिन हर कर्मी एक टिकट बनाने में 4 से 5 मिनट का समय लेता है. ऐसी परिस्थिति में न तो 180 से अधिक मांग पत्र होंगे और ना अतिरिक्त काउंटर खोलने पर विचार रेल के अधिकारी करेंगे.
'कर्मियों की कमी के कारण'
वहीं, जब इस संबंध में स्टेशन अधीक्षक से बात की गई तो उन्होंने प्रोटोकॉल का हवाला देते हुए कुछ भी बताने से इनकार किया और कैमरा बंद करने को कहा लेकिन ऑफ कैमरा उन्होंने इतना जरूर कहा कि कर्मियों की कमी के कारण ऐसा हो रहा है, जैसे ही रेलवे कर्मियों की भर्ती करेगी सब ठीक हो जाएगा.