सिवान: सिवान मंडलकारा (Siwan Jail) में बंद कैदी को तबीयत बिगड़ने पर सदर अस्पताल लाया गया था. जहां इलाज के दौरान उसकी मौत (Prisoner Died from Treatment ) हो गई. कैदी के परिजनों का आरोप है कि जेल प्रशासन की पिटाई के कारण व्यक्ति की मौत हुई है. वहीं परिजनों ने बताया कि मृतक के शरीर पर काले धब्बे के कई जगह दाग के निशान हैं. इधर, जेल प्रशासन ने सारे आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है. जिसके बाद परिजनों ने अस्पताल प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की और सड़क को जामकर आगजनी भी की.
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दरअसल, मामला यह था कि सिवान के जीबी नगर थाना इलाके के सोनबरसा गांव निवासी बाल्मीकि यादव पिता (अवध यादव) को दूसरी बार शराब पीने के मामले में 13 जुलाई को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था. वहीं पर तबीयत बिगड़ने पर पुलिस ने अस्पताल में भर्ती कराया. जहां इलाज के दौरान मौत हो गई.
पिटाई कर हत्या करने का आरोप: परिजनों ने बताया कि गिरफ्तारी के अगले दिन जेल में मुलाकात करने गये तो जेल प्रशासन ने मुलाकात नहीं करवायी. वहीं पुलिस वालों ने परिजनों से कहा कि वो बोल रहा है कि हमें किसी से नहीं मिलना है. उसके बाद अगले दो दिनों में सूचना दी जाती है कि जल्दी से अस्पताल आओ, इस कैदी की तबीयत बिगड़ रही है. जबतक हमलोग वहां पहुंचे तो उसका शव पड़ा हुआ था. मृतक व्यक्ति की मां शैल कुमारी ने कहा कि जेल में पुलिस ने पीट-पीटकर मेरे बेटे को मार दिया. वहीं मृतक बाल्मीकि के शरीर पर काले-काले धब्बे का निशान देखे गए.