सिवान:मंदिर एक ऐसा पवित्र स्थान है जहां प्रवेश मात्र से ही हम सकारात्मक महसूस करते हैं. मंदिर में आने वाले को सकारात्मक ऊर्जा मिलती है, जिससे मन के साथ ही तन को भी शांति मिलती है. लेकिन अगर कोई आपको ये कहे कि बिहार के एक गांव में मंदिर (No Temple village in Bihar) है ही नहीं तो.. ये सुनने में आपको अटपटा लगेगा, लेकिन ये हकीकत है. सिवान के महाराजगंज अनुमंडल के सूरवीर गांव (Surveer Village at Siwan bihar) में एक भी मंदिर नहीं है. खुले आकाश के नीचे देवता विराजमान हैं और श्रद्धालु सदियों से इसी तरह से भगवान की पूजा करते हैं. क्या है इसके पीछे का रहस्य आगे पढ़ें..
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मंदिर नहीं होने का रहस्य: सिवान में मंदिर न होने की कहानी यहां मौजूद एक शिवलिंग से जुड़ी है. कहा जाता है कि इस शिवलिंग की रखवाली नाग देवता करते हैं. ग्रामीणों का कहना है कि एक बार किसी ने मंदिर बनवाने की कोशिश की थी लेकिन उसे नाग ने डस लिया था. व्यक्ति की मौत से बाद इलाके में दहशत फैल गया. लोगों का कहना है कि जिसने भी मन्दिर बनाने की कोशिश की उसकी मौत हो गई. डर के मारे मन्दिर का निर्माण आज तक नहीं हो सका. यही वजह है कि पूरे गांव में एक भी मन्दिर नहीं है और खुले में लोग ईश्वर की पूजा अर्चना करते हैं.
शिवलिंग की रखवाली करते हैं नाग: पूरे गांव की लगभग 3000 की आबादी है. लेकिन गांव में एक भी मन्दिर नही है. गांव में खुले में ही वर्षों से लोग भगवान की पूजा करते हैं. ग्रामीणों ने बताया कि अब लोगों के मन में ये बात घर घर गई है कि मंदिर का निर्माण कराने से जान चली जाएगी. इसलिए अब तक सूरवीर गांव में एक भी मंदिर नहीं बन पाई है. लोगों ने बताया कि नाग देवता को आए दिन सभी देखते हैं. नाग शिवलिंग के आस-पास ही निवास करता है. शिव मंदिर के ठीक बगल में एक पेड़ है जिसपर नाग देवता रहते हैं.