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अब तक 6 हजार से ज्यादा प्रवासी पहुंचे हैं सिवान, लोगों ने घर आने पर जताई खुशी - कोविड 19

मजदूरों ने बताया कि सिवान आकर काफी अच्छा लग रहा है. हम सरकार को धन्यवाद देते हैं कि उन्होंने हमें यहां बुला लिया. सरकार की इस अच्छी पहल के कारण हमलोग घर पहुंचे गए हैं. ट्रेन में भी सरकार की तरफ से अच्छी व्यवस्था की गई थी.

प्रवासी
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Published : May 18, 2020, 4:17 PM IST

सिवान: लॉकडाउन के दौरान देश के अलग-अलग राज्यों में फंसे प्रवासी मजदूरों को प्रदेश लाने का सिलसिला जारी है. इसी क्रम में एक और स्पेशल ट्रेन 1200 मजदूरों को लेकर सिवान पहुंची. यह ट्रेन उत्तर प्रदेश के दनकौर से मजदूरों को लेकर यहां पहुंची. यहां पहुंचने पर प्रवासी मजदूरों से संतोष जताया और सरकार को धन्यवाद दिया.

6 हजार के करीब मजदूर और छात्र अब तक पहुंचे सिवान
स्टेशन पर 24 बोगियों के लिए 24 टेबल लगाए गए थे. जिस पर शिक्षक समेत कई अधिकारी बैठे हुए थे. जो आने वाले मजदूरों की डिटेल लेकर उनकी स्क्रीनिंग कर रहे थे. उसके बाद मजदूरों को स्टेशन के बाहर लगे टेंट में बैठाया गया. सिवान के मजदूरों को उनके संबंधित प्रखंडों में क्वारंटीन के लिए भेजा गया. वहीं, सिवान से बाहर के जिलों के मजदूरों को बस से उनके जिलों के लिए रवाना किया गया.

जांच करते स्वास्थ्यकर्मी

आपको बता दें कि राजस्थान के कोटा से 1266 छात्रों को लेकर पहली ट्रेन 12 मई को सिवान पहुंची. वहीं, 14 मई को अलग-अलग ट्रेनों से 1907 मजदूर सिवान पहुंचे. वहीं, 15 मई को 1192 मजदूर राजस्थान के अलवर से सिवान पहुंचे. लॉकडाउन के बाद से अब तक सिवान में कुल 6 हजार के करीब मजदूर और छात्र सिवान पहुंच चुके हैं.

सिवान पहुंचे प्रवासी

'सरकार को ठीक से घर पहुंचाने के लिए धन्यवाद'
वहीं, सिवान आने पर ट्रेन की बोगियों को स्टेशन पर सैनिटाइज किया गया. इसके अलावा मजदूरों के सामानों को भी सैनिटाइज किया गया. सभी मजदूरों को सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए स्टेशन के बाहर लगे टेंट में बैठाया गया. उसके बाद उन्हें संबंधित प्रखंडों में बने क्वारंटीन सेन्टर में भेजा गया.

मजदूरों ने बताया कि सिवान आकर काफी अच्छा लग रहा है. हम सरकार को धन्यवाद देते हैं कि उन्होंने हमें यहां बुला लिया. सरकार की इस अच्छी पहल के कारण हमलोग घर पहुंचे गए हैं. ट्रेन में भी सरकार की तरफ से अच्छी व्यवस्था की गई थी. रास्ते में हमें तकलीफ नहीं हुई. इसके लिए हम सराकार को धन्यवाद देते हैं.

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