काफिले के साथ दरभंगा के लिए निकलीं हिना शहाब सिवान: पूर्व सांसद मोहम्मद शहाबुद्दीनकी पत्नी हिना शहाब की गाड़ियों पर आज उनके समर्थकों ने फूलों की बारिश की. दरअसल हिना शहाब हजारों गाड़ियों के काफिले के साथ दरभंगा में आयोजित एक मुशायरे में शामिल होने के लिए निकलीं थीं. इसी दौरान शहाबुद्दीन समर्थक ने रास्ते में उनका भव्य स्वागत किया.
हिना शहाब समर्थकों ने किया भव्य स्वागतः दरभंगा में आयोजित मुशायरे में शामिल होने निकली हिना शहाब का हर चौक चौराहे पर लोगों ने भव्य स्वागत किया. जिले के छोटपुर गांव के पास उनके समर्थक जेसीबी पर चढ़ गए और जेसीबी से ही उनके काफिले पर फूलों की बारिश करने लगे. इस दौरान हिना शहाब ज़िंदाबाद के नारे भी लगे. दरभंगा जाने के दौरान उनके काफिले के साथ जगह-जगह से कई गाड़ियां जुड़ती गईं और काफिला बढ़ता गया.
मुशायरे में शामिल होने जा रही थीं हिना शहाबःआपको बता दें कि आज हिना शहाब दरभंगा में आल इंडिया बेदारी कारवां में शामिल होने गईं हैं. जहां मुशायरे का आयोजन किया गया है. इससे पहले हिना शहाब के इस कार्यक्रम को लेकर कई तरह की चर्चाएं भी हुईं थीं. सोशल मीडिया पर ये चर्चा थी कि क्या हिना शहाब का यह बिहार दौरा है और क्या वो 2024 की तैयारी को लेकर यह दौरा कर रही हैं और अपना वोट बैंक बनाने में जुटी हैं. लेकिन हिना ने एक प्रेस रिलीज जारी कर बताया था कि ये उनका निजी कार्यक्रम है, वो हर साल इस कार्यक्रम में शामिल होती हैं.
कार्यक्रम को राजनीतिक रूप न देने की अपीलः हिना शहाब ने अपने पत्र में साफ लफ्जों में बताया था कि पूर्व सांसद मरहूम मोहम्मद शहाबुद्दीन साहब इस संस्था के प्रति बहुत ही रुचि रखते थे और इस कार्यक्रम में लोगों के साथ हमेशा शामिल होते रहते थे. इस बार स्थापना दिवस के अवसर पर वहां कौमी एकता कॉन्फ्रेंस एवं मुशायरा का आयोजन किया गया है. यह एक पारिवारिक कार्यक्रम है. यह राजनीतिक यात्रा या राजनीति कार्यक्रम बिल्कुल नहीं है. इसलिए इसे राजनीतिक रूप ना देने की मैं अपील करती हूं. दरअसल हिना शहाब मो. शहाबुद्दीन की निधन के बाद सीधे तौर से राजनीति से दूरी बनाए हुई हैं.
जेल में हैं शहाबुद्दीन के पुत्र ओसामा शहाबः आपको बता दें कि हिना शहाब के पुत्र ओसामा शहाब भी गोलीबारी के एक मामले में इन दिनों जेल में बंद हैं. जिसे लेकर हिना शहाब परेशान हैं. हालांकि उन्हें इस मामले में बेल मिल चुकी है, लेकिन मोतिहारी में उनकी बहन के सुसराल में हुई मारपीट के एक मामले में भी वो आरोपी हैं, जो मामला अभी चल रहा है, उसमें जमानत मिलने के बाद ही वो जेल से रिहा हो पाएंगे. मोहम्मद शहाबुद्दीन के परिवार ने कई बार ये आरोप लगाया है कि उनके खिलाफ गलत और भ्रामक बातें सोशल मीडिया पर फैलाईं जाती हैं. ओसामा शहाब को भी झूठे केस में फंसाया गया है.
ये भी पढ़ेंःSiwan News: हिना शहाब लड़ेंगी लोकसभा चुनाव, सिवान के लोगों को बताया परिवार