सिवान: प्रखंड के चैनपुर बाजार में सरकार की ओर से अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र(एपीएचसी) के खुलने से जहां लोगों को खुशी का ठिकाना नहीं था. वहीं दूसरी ओर यह खुशी ज्यादा दिन तक लोगों को रास नहीं आई. अस्पताल खुलने के महीनों बाद भी यहां डॉक्टरों की नियुक्ति नहीं होने के कारण यह अस्पताल जैसे-तैसे चल रहा है.
ग्रामीणों की मानें तो सप्ताह में एक-दो बार के अलावे पूरे सप्ताह यह अस्पताल बंद ही रहता है. जिससे लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है.
ठप पड़ा जिले का APHC, नदारत हैं डॉक्टर; प्राइवेट अस्पतालों का रुख कर रहे मरीज
ग्रामीणों की मानें तो करोड़ों कि लागत से बना यह अस्पताल सिर्फ शोभा मात्र बनकर रह गया है. इसकी देख-रेख करने वाला कोई नहीं है.
निजी क्लीनिक जाने को विवश ग्रामीण
चैनपुर वासियों को अस्पताल की सुविधा नहीं मिलने के कारण मरीज निजी क्लीनिक व सिवान सदर अस्पताल में इलाज कराने को विवश हैं. अगर देर रात इलाके में कोई बीमार हो जाये तो उसे निजी क्लीनिक या फिर सिवान सदर अस्पताल ले जाना पड़ता है. लंबी दूरी के कारण तो कई बार मरीज बीच रास्ते में ही दम तोड़ देता है.
प्रखंड सिविल सर्जन का बयान
वहीं ग्रामीणों की मानें तो करोड़ों कि लागत से बना यह अस्पताल सिर्फ शोभा मात्र बनकर रह गया है. इसकी देख-रेख करने वाला कोई नहीं है. वहीं जब इस संबंध में सिवान के सिविल सर्जन से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि इस मामले पर संज्ञान लिया जाएगा. अगर ऐसा है तो मैं खुद जाकर जांच करूंगा.