सिवान: जिले में देशरत्न डॉ. राजेंद्र प्रसाद ने एक कुष्ठ सेवा आश्रम की नींव रखी थी. अभी ये काफी दयनीय स्थिति में है. जिला जज मनोज शंकर के नेतृत्व में न्यायाधीश और अधिवक्ताओं की टीम मंगलवार को इसका निरीक्षण करने पहुंची.
सिवान: जिला जज ने राजेंद्र कुष्ठ सेवा आश्रम का किया निरीक्षण, दयनीय हालत देख जताया दुख
जिला जज मनोज शंकर के नेतृत्व में न्यायाधीश और अधिवक्ताओं की टीम राजेंद्र कुष्ठ सेवा आश्रम पहुंची. वहां की स्थिति देखकर जिला जज ने दुख जताया.
राजेंद्र कुष्ठ सेवा आश्रम की दयनीय स्थिति देखकर जिला जज काफी दुखी हुए. उन्होंने कहा कि राजेन्द्र कुष्ठ सेवा आश्रम आज ये इस स्थिति में पहुंच चुका है, ये दुखद है. इसे बचाने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि ये एक अच्छा प्रोजेक्ट था. राजेंद्र बाबू ने इस संस्था का शिलान्यास किया था. इसके संस्थापक पं. जगदीशदीन ने कुष्ठ पीड़ितों की सेवा में जीवन समर्पित कर दिया. लेकिन आज देखरेख के अभाव में ये आश्रम बदहाल हो चुका है.
जिला जज ने कुष्ठ आश्रम का किया निरीक्षण
जिला जज ने राजेन्द्र कुष्ठ सेवा आश्रम के कर्मियों से भी बातचीत की. कर्मियों ने बताया कि इस संस्थान के सचिव विद्याभूषण के बारे में जानकारी नहीं है. कर्मियों ने एक मांग पत्र भी जिला जज को सौंपा. बातचीत के बाद जिला जज ने कहा कि इतनी बड़ी जगह और संस्था उपलब्ध है, लेकिन इसका उपयोग नहीं हो रहा है. ये आश्चर्य की बात है. डीएम से कहूंगा कि वे इसे देखें. उन्होंने इस संस्थान के कर्मियों से विस्तृत जानकारी मांगी. वहीं, इसके बाद जिला विधिक प्राधिकार के बैनर तले करीब 50 बेसहारा कुष्ठ पीड़ितों को भोजन सामग्री और मास्क उपलब्ध कराया गया.