सिवान:बिहार के सिवान जिला के हॉस्पिटल रोड स्थित एक निजी क्लीनिक में प्रसव पूर्व नवजात की मौत (Death of Child Pre Delivery In Siwan) हो गयी. आक्रोशित परिजनों ने मौके पर जमकर हंगामा किया. हंगाम के दौरान परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन से एक अजीबोगरीब मांग रख दी. परिजन डॉक्टरों से इलाज में लापरवाही की बीत लेटरपैड पर लिख कर देने या मुख्यमंत्री राहतकोष में 20 लाख रुपया डोनेट करने की मांग कर रहे हैं.
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डॉ रजनीगंधा स्वयं हैं डेंटिस्टः सिवान शहर के राजवंशी नगर निवासी नीरज कुमार पेशे से इंजीनियर हैं. उनकी पत्नी डॉ रजनीगंधा पटना में दंत चिकित्सक हैं. प्रसव पीड़ा होने पर डॉ. रजनीगंधा को परिजनों ने शुक्रवार की रात में करीब 1 बजे पहुचे थे. हॉस्पिटल रोड स्थित स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. अखौरी उर्मिला कुमारी सिन्हा के निजी क्लीनिक में भर्ती कराया. इमरजेंसी शुल्क लेकर मरीज को इमरजेंसी वार्ड में भर्ती कर लिया गया.
8 महीने से चल रहा था डॉ. अखौड़ी के यहां से इलाजःडॉ. रजनीगंधा के भाई नागमणि ने बताया कि उनके बहन का इलाज डॉ. उर्मिला अखौड़ी के यहां पिछले 8 महीने से चल रहा था, डॉक्टर की ओर से बार-बार बताया गया कि बच्चा सही सलामत है. परिजनों ने आगे बताया कि उसे इमरजेंसी में रात 1 बजे ही भर्ती किया गया था, लेकिन डॉक्टर सुबह 6 बजे देखने आए.