सिवान: बिहार के सिवान में बड़हरिया प्रमुख पति की कार से मोस्ट वांटेड का शव बरमादगी मामले में नया अपडेट सामने आ रहा है. इस मामले में गिरफ्तार सभी 4 अपराधियों को जेल भेज दिया गया है. आरोपियों के परिजनों की मानें तो पुलिस इस मामले में फंसाने का काम कर रही है. मोस्ट वांटेड दीपक की मौत पुलिस की पिटाई से हुई है. सिविल ड्रेस में आई पुलिस ने दीपक को पीटा जब मर गया तो उसे प्रमुख पति की कार में डालकर अस्पताल लेकर आई. यही नहीं यकीन दिलाने के लिए पुलिस ने सबके सामने शव को चेक करवाया कि गोली से नहीं बल्कि किसी और तरीके से दीपक को मारा गया है.
सिवान पुलिस पर संगीन आरोप: सिदवल निवासी शहजाद खान ने बताया कि ''जिस वक्त ये घटना हुई में दीपक से ज्यादा दूर नहीं था. सादे लिबास में SIT की टीम दीपक को गाड़ी से उतारकर लात-घूंसे से पीट रही थी. जब हिलना डुलना बंद हो गया तो उसके डेड बॉडी को गाड़ी में डाल दिया गया.'' बता दें कि दीपक कुमार पर कई आपराधिक मामले दर्ज हैं. कुछ दिन पहले इसने जमीन विवाद में सिवान के अंदर गोली चलाई थी. उसी केस में SIT की टीम लेकर उसे जा रही थी लेकिन बीच में ऐसा वाकया हो गया.
'पुलिस की पिटाई से हुई मौत' : वहीं सिदवल निवासी के इस बयान से पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठ खड़े हैं. चश्मदीद की मानें तो SIT की टीम पहले से ही मौके पर तैनात थी. जब उसे पकड़कर टीम लेकर जा रही थी तो उसकी बेदम पिटाई की. पुलिस को ये कहते भी सुना कि ''लगता है कि मार खाकर ड्रामा कर रहा है'. फिर उसे लातों से पीटा. जब उसका हिलना डुलना बंद हो गया तो SIT उसे अस्पताल लेकर चलने की बात कहती है. मिन्हाज मियां, अमन, राहुल और सलमान से ही SIT ने शव को स्कॉर्पियो में लोड करवाया.''