सिवानःबिहार केसिवानमें डायल 112 की जांच करने बीएमपी के डीजी एके आंबेडकर (BMP DG Inspected Dial 112 in Siwan) पहुंचे. यहां 112 डायल पूरी तरह से सही नहीं हो पाया है. इसको लेकर सिवान पहुंचे बीएमपी के डीजी अमरेंद्र कुमार आंबेडकर ने कंट्रोल रूम का निरीक्षण किया. आंबेडकर भवन स्थिति डायल 112 कंट्रोल रूम का निरीक्षण कर यह चेक किया गया कि 112 कितनी तेजी से कार्य कर रहा है.
ये भी पढ़ेंःसिवान: जांच अभियान के दौरान 3 अपराधी गिरफ्तार, 1 देसी कट्टा और कारतूस बरामद
अधिकारियों की लगाई क्लासः बीएमपी के डीजी को गार्ड ऑफ ऑनर के बाद सारण रेंज के डीआइजी पी कन्नन और एसपी शैलेश कुमार सिन्हा कंट्रोल रूम ले गए. यहां तैनात कर्मी से डायल 112 के सम्बंध में पूछताछ की. सही जवाब नहीं मिलने पर जमकर फटकार लगाई. डीजी एके आंबेडकर ने बताया कि पुलिस डिपार्टमेंट को तकनीकी रूप से मजबूती को लेकर कई तरह से तैयार किया जा रहा है. कई तरह से आम लोग पुलिस से सहयोग लेने के लिए कई फोन नंबर डायल करते हैं और मदद समय पर पहुंचे इसके इंतजार में खड़े रहते हैं. हालांकि सूचना मिलने पर पुलिस को तुरन्त पहुंचना है.
112 पर सूचना देने के बाद भी लोकेशन नहीं मिलने पर भड़के डीजीः डीजी एके आम्बेडकर ने एक जांच के दौरान कर्मियों पर भड़क गए. उन्होंने कहा कि कंट्रोल रूम में मौजूद कर्मी से किसी वाहन को सूचना दो, जिसके बाद कर्मी ने गोपालगंज मोड़ स्थित डायल 112 को अस्पताल मोड़ जाने की सूचना दी, लेकिन वह स्प्ष्ट नहीं हो सका कि कहां जाना है और किसके यहां जाना है. इसके बाद डीजी ने कहा कि डायल 112 को स्पष्ट जानकारी देनी है कि हम कहां से बोल रहे हैं और कहां जाना है. इसके बाद उसको तुरन्त वहां पहुंचना है. वहीं डीजी के साथ आए अन्य पदाधिकारियों ने इसकी शिकायत की कि जिले में डायल 112 वाहन को घटनास्थल पर पहुंचने में समय लगता है. इस पर डीजी ने नाराजगी जताई.
डीजी से सभी व्यवस्था की बारीकि से जांच कीः एसपी शैलेश कुमार सिन्हा ने बताया कि बीएमपी डीजी एके आंबेडकर डायल 112 कंट्रोल रूम का निरीक्षण करने आये थे. निरीक्षण के दौरान सारी चीजों का बारीकी से जांच की गई. यहां लगे कंप्यूटर सिस्टम कार्यरत हैं या नहीं, नेटवर्क काम करता है या नहीं, 112 पर लोगों के कॉल आने के बाद पुलिस का रिस्पांस टाइम बढ़े और उन्हें जल्द से जल्द सहायता मिले. इन सब चीजों का निरीक्षण के दौरान जांच किया गया है.
"बीएमपी डीजी एके आंबेडकर डायल 112 कंट्रोल रूम का निरीक्षण करने आये थे. निरीक्षण के दौरान सारी चीजों का बारीकी से जांच की गई. यहां लगे कंप्यूटर सिस्टम कार्यरत हैं या नहीं, नेटवर्क काम करता है या नहीं, 112 पर लोगों के कॉल आने के बाद पुलिस का रिस्पांस टाइम बढ़े और उन्हें जल्द से जल्द सहायता मिले"- शैलेश कुमार सिन्हा, एसपी