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सीतामढ़ी: जमीन से जुड़ी जनप्रतिनिधि वर्षों से जमीन पर ही बैठकर कर रही हैं जनता की सेवा - त्रिस्तरीय पंचायती राज व्यवस्था

वार्ड के निवासियों का कहना है कि ऐसी महिला वार्ड सदस्य उन्होंने त्रिस्तरीय पंचायती राज व्यवस्था में पहली बार देखा है. जो खुद के बारे में पहले न सोचकर सिर्फ जनता के बारे में सोचती हैं.

वार्ड सदस्य सावित्री देवी

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Published : Nov 14, 2019, 4:42 PM IST

सीतामढ़ी: जिले के सौली रुपौली पंचायत के वार्ड नंबर 3 की वार्ड सदस्य सावित्री देवी साढ़े 3 सालों से 2 गज जमीन पर बैठकर जनता की सेवा में जुटी हुई हैं. त्रिस्तरीय पंचायती राज व्यवस्था में अपनी सेवा दे रही यह महिला वार्ड सदस्य अपने त्याग और कार्यों को लेकर मिसाल कायम कर रही हैं. जो एक चर्चा का विषय बना हुआ है.

जमीन पर ही बैठकर सुनती हैं सबकी समस्या
दूसरे के खेतों में मजदूरी कर अपने परिवार का भरण पोषण करने वाली सावित्री देवी को न तो कभी खाट नसीब हुआ, न ही चटाई. वो जमीन पर बैठकर सभी की समस्याएं सुनती हैं और उसका निदान करती हैं. यहां तक कि वो कागजी काम भी जमीन पर ही निपटाती हैं. ऐसे में वार्ड 3 की जनता उनके इस सराहनीय कार्य की खूब प्रशंसा करती है.

सावित्री देवी वर्षों से जमीन पर ही बैठकर कर रही हैं जनता की सेवा

साढे 3 सालों में जनता के लिए किए काफी कार्य
सावित्री देवी 2016 में जनता की ओर से अपने आचरण और व्यवहार के कारण वार्ड सदस्य सह जनप्रतिनिधि चुनी गई. जिसके बाद अपने साढे 3 सालों के कार्यकाल में उन्होंने वार्ड में पक्की सड़क, नल जल योजना को लोगों तक पहुंचाना और शौचालय का निर्माण कराया. इसके अलावा उन्होंने गांव में नाले का निर्माण कराना चाहा. लेकिन स्थानीय लोगों ने भूमि नहीं दी. जिसके कारण यह योजना अभी ठंडे बस्ते में पड़ी हई है.

जनता करती है तारीफ
वार्ड के निवासियों का कहना है कि ऐसी महिला वार्ड सदस्य उन्होंने त्रिस्तरीय पंचायती राज व्यवस्था में पहली बार देखा है. जो खुद के बारे में पहले न सोचकर सिर्फ जनता के बारे में सोचती हैं. वहीं, सावित्री देवी कहती हैं कि उनके साढे 3 साल के कार्यकाल में अबतक केवल डेढ़ वर्षों का ही मानदेय उनको दिया गया है. जो ₹500 प्रतिमाह है. इसलिए परिवार का भरण पोषण करने में काफी कठिनाइयां आती हैं. लेकिन जनता की सेवा के सामने वे अपना सारा दुख-दर्द भूल जाती हैं.

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