सीतामढ़ी: विधानसभा चुनाव को लेकर जिले में राजनीतिक दलों के नेता अब सीटों पर अपनी दावेदारी पेश करना शुरू कर चुेके हैं. जदयू के जिला अध्यक्ष राणा रणधीर सिंह चौहान ने गुरुवार को ईटीवी भारत से खास बातचीत की. इस दौरान जदयू जिलाध्यक्ष ने जिले के सभी 8 सीटों पर अपनी दावेदारी की. उन्होंने कहा कि पिछले चुनाव में बीजेपी और जदयू 4-4 सीट पर चुनाव लड़ चुका है. जिसमें सभी 8 सीटों पर एनडीए के प्रत्याशी विजयी हुए थे लेकिन अब परस्थिति बिल्कुल अलग है.
जदयू नेता ने कहा कि इस बार बूथ स्तर पर संगठन को मजबूती प्रदान किया गया है. राणा रणधीर सिंह चौहान ने कहा कि जदयू जिला अध्यक्ष की हैसियत से आलाकमान से जिले के सभी 8 विधानसभा सीटों पर जदयू के प्रत्याशी खड़ा करने की मांग है. जदयू जिला अध्यक्ष ने कहा कि इस बार पूरे बिहार में एनडीए की लहर है. विधानसभा चुनाव में महागठबंधन के प्रत्याशी का कहीं भी खाता नहीं खुलेगा. महागठबंधन को करारी शिकस्त झेलनी पड़ेगी.
आरजेडी को जदयू ने दी थी सीटिंग सीट
जदयू जिलाध्यक्ष राणा रणधीर सिंह चौहान के मुताबिक बीजेपी से अलग होने के बाद जिले के 8 विधानसभा सीट में से दो सीटिंग सीट आरजेडी को दिया था. जहां उनके प्रत्याशी नीतीश कुमार के कारण विगत चुनाव में विजयी हो गए थे. लेकिन इस बार समीकरण पिछले चुनाव से अलग है. इसलिए जिले के किसी भी विधानसभा सीट पर महागठबंधन के प्रत्याशी का खाता नहीं खुलेगा. जदयू नेता ने दावा किया कि हर तरफ विकास की गंगा बह रही है. इसलिए मतदाता ऊंची और घटिया राजनीति करने वाले दलों के बहकावे में नहीं आने वाली है.
कार्यालय में मौजूद राणा रणधीर सिंह चौहान महागठबंधन के नेताओं ने बताया हवा-हवाई
वहीं, कांग्रेस जिलाध्यक्ष विमल शुक्ला और आरजेडी जिलाध्यक्ष मोहम्मद चांद ने कहा कि जदयू जिला अध्यक्ष हवा हवाई बात कर रहे हैं. इस बार के चुनाव में जनता एनडीए के प्रत्याशी को सबक सिखाएगी. आरजेडी और कांग्रेस जिला अध्यक्ष ने बताया कि अगर हमारे दल के आलाकमान स्थानीय स्तर के प्रत्याशी चुनाव मैदान में उतारेंगे तो एनडीए के प्रत्याशी की करारी हार होगी और जिले के सभी 8 सीटों पर महागठबंधन के प्रत्याशी का कब्जा होगा. इस बार जनता जाग चुकी है और इसका खामियाजा एनडीए को भुगतना होगा.