सीतामढ़ी: कोरोना के कहर ने आमजनों को सकते में डाल दिया है. आलम ये है कि लोग अब बेरोजगार होने लगे हैं. इसी क्रम में रीगा चीनी मिल प्रबंधन ने 21 कर्मियों को काम से निकाल दिया है. इतना ही नहीं उन्हें आवास भी खाली करने का निर्देश दे दिया गया है. इस विपदा में पीएम मोदी की अपील का चीनी मिल प्रबंधन पर कोई असर नहीं है.
कोरोना का कहर: PM की अपील के बावजूद रीगा शुगर मिल ने 21 कर्मियों को नौकरी से निकाला - riga sugar miil
रीगा शुगर मिल प्रबंधन ने पीएम मोदी की अपील की अनदेखी की है. कोरोना के कहर से भले ये बच जाएं लेकिन इन 21 कर्मचारियों का परिवार भुखमरी का शिकार हो चुका है.
अब ऐसे में ये बेरोजगार 21 कर्मचारी भुखमरी के कगार पर हैं. कर्मियों का आरोप है कि पहले तो 3 महीने से इन्हें वेतन नहीं दिया गया, बाद में बिना कारण बताए इन्हें नौकरी से निकाल दिया गया. कोरोना वायरस को लेकर प्रधानमंत्री ने सभी सरकारी एवं प्राइवेट विभाग के कंपनियों को यह आदेश दिया था, कि किसी भी कर्मी के वेतन में से कोई कटौती नहीं होगी. लेकिन रीगा चीनी मिल का ये कारनामा उन्हें कटघरे में खड़ा कर रहा है.
कर्मियों का आरोप
चीनी मिल के कर्मियों का कहना है कि मील प्रबंधन ने 3 माह का वेतन भी नहीं दिया और साथ ही उन्हें नौकरी से हटाने का एक नोटिस थमा दिया. उनका कहना है कि उनके पास घर में खाने के लिए कुछ नहीं है और ना ही जेब में पैसे हैं. अब वह जाएं तो कहां जाएं. क्योंकि मील प्रबंधन सरकारी आदेशों को भी नहीं मान रहा.