सीतामढ़ी:जिले में लगातार हो रही बारिश के कारण बागमती, अधवारा समूह और लक्ष्मणा नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. लोगों के घरों में पानी घुसने के कारण वो सभी ऊंचे स्थानों पर शरण लिए हुए हैं. वहीं, अधवारा समूह के नदियों पर बने बांधों पर कई जगह रेन कट हो जाने से बांधों पर दबाव बना हुआ है. लेकिन जल संसाधन विभाग की ओर से बांध मरम्मती का कार्य नहीं किया जा रहा है.
सीतामढ़ी: बांध मरम्मती कार्य के बाद भी कई जगहों पर रेन कट, जांच के आदेश पर विभाग में हड़कंप
मानसून आते ही जल संसाधन विभाग की ओर से बांध मरम्मती का कार्य शुरू कर दिया जाता है. फिर भी बांधों पर सैकड़ों रेन कट देखे जा सकते हैं. वहीं बांध मरम्मती कार्य में अनियमितता के आरोप के बाद डीएम ने जांच के आदेश दिए हैं. जिससे जल संसाधन विभाग में हड़कंप मचा हुआ है.
बता दें कि बांध मरम्मती के नाम पर हरेक साल करोड़ों रुपये खर्च किए जाते हैं लेकिन मानसून के समय तक पूरा कार्य नहीं हो पाता है. जल संसाधन विभाग की ओर से बाजपट्टी से पुपरी तक अधवारा समूह की नदी के दोनों तरफ बांधों पर हरेक साल मरम्मती के नाम पर लाखों रुपये खर्च हो रहे हैं. फिर भी बांध के दोनों तरफ सैकड़ों रेन कट देखे जा सकते हैं.
डीएम ने दिए जांच के आदेश
बांध मरम्मती कार्य में अनियमितता की शिकायत मिलने के बाद डीएम अभिलाषा कुमारी शर्मा ने एक टीम गठित कर जांच के आदेश दिए. जिसके कारण जल संसाधन विभाग में हड़कंप मचा हुआ है. वहीं, जल संसाधन विभाग के कार्यपालक अभियंता अनवर अली ने बताया कि परसा में करोड़ों की लागत से हो रहे बांध मरम्मती कार्य देरी से हुआ है. साथ ही उन्होंने कहा कि यह विभाग की मर्जी है कि वो बांध मरम्मती पर कितना खर्च करता है और मरम्मती कार्य को कितने समय में करवाता है.