सीतामढ़ी: जिले में सीतामढ़ी पुलिस पर घर में घुस कर महिलाओं और बच्चों के साथ मारपीट किये जाने का आरोप लगा है. घटना रीगा थाना क्षेत्र के पिपरा गांव की है. जहां रविवार की देर रात छापेमारी के नाम पर घुसी पुलिस की बर्बरता पूर्ण रैवैये को गांव की ही एक महिला अपने शरीर पर जख्मों के निशान को दिखा कर बयां कर रही है.
घर में घुस कर पिटाई
घायलों का कहना है कि रीगा के ही टुन्ना सिंह के दामाद ने रीगा थाना को बतौर 50 हजार रुपये देकर पिपरा गांव के लोगों की पिटाई कराई है. महिलाओं ने आरोप लगाया है कि देर रात पुरुष पुलिस घर में घुस कर पिटाई करने लगे और पूरे घर का सामान तितर-बितर कर दिया.
घायलों का चला रहा इलाज
रीगा के थानाध्यक्ष का कहना है कि अभियुक्तों की गिरफ्तारी को लेकर गांव में छापेमारी की गई थी. जहां से 6 अभियुक्तों को गिरफ्तार भी किया गया है. पुलिस ने मारपीट की घटना को गलत बताया है. घायलों में कुछ लोगों का इलाज सीतामढ़ी सदर अस्पताल में कराया जा रहा है.
लोगों के बीच हिंसक झड़प
इस मामले पर सदर डीएसपी रमाकांत उपाध्याय ने बताया कि जांच की जा रही है. दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी. बता दें बीते दिन महावीर झंडा गाड़ने को लेकर रीगा थाना क्षेत्र के पिपरा और मझौरा गांव के लोगों के बीच हिंसक झड़प हो गई थी. जिसमें पहुंची पुलिस पर भी ग्रामीणों ने पथराव कर दिया था. जिसमें थानाध्यक्ष समेत कई पुलिस कर्मी जख्मी भी हुए थे.
एक अभियुक्त की मौत
इस मामले को लेकर रीगा थाना में 100 नामजद और 500 अज्ञात लोगों को अभियुक्त बनाया गया था. जिला पुलिस पर लगातार दुर्व्यवहार का आरोप लग रहा है. वहीं रविवार को पुलिस कस्टडी में एक अभियुक्त की मौत हो गई. साथ ही रविवार की देर रात पुलिस पर महिलाओं और बच्चों के साथ मारपीट कर दुर्व्यवहार और गाली-गलौज का आरोप लगा है.