सीतामढ़ीःजिले का एक शख्स प्रधानमंत्री और बिहार के मुख्यमंत्री के ड्रीम प्रोजेक्ट को पूरा करने के अभियान में जुटा है. लगभग 41 एकड़ बड़े भू-भाग में मुख्यमंत्री के सपनों का घरौंदा तैयार किया जा रहा है. जिसमें पोखर, तालाब, डेयरी, नर्सरी, नौकायन, स्वमींग ट्रेनिंग सेंटर समेत कई बेहतरीन चीजे बनाई जा रही है. इसमें सबसे दिलचस्प बात यह है कि सरकार के इस ड्रीम प्रोजेक्ट को पूरा करने में किसी भी तरह की सरकारी सहायता नहीं ली जा रही है.
डुमरा प्रखंड के मेथौरा गांव की बदलेगी किस्मत
सीतामढ़ी के डुमरा प्रखंड के मेथौरा गांव की किस्मत अब कुछ ही दिनों में बदलने वाली है. अब तक सामान्य गांव की तरह दिखने वाले इस गांव की किस्मत अब पूरी तरीके से बदलने वाली है. कुछ ही दिनों में यह गांव मुख्यमंत्री के ड्रीम प्रोजेक्ट के रूप में इलाके में जाना जाएगा. यहां 41 एकड़ बड़े भू-भाग में जल जीवन हरियाली जैसे योजनाओं को मूर्त रूप देने की पूरी कोशिश की जा रही है. यहां पोखर, तालाब, स्वीमींग पुल, नर्सरी, बगीचे, शिक्षण संस्थान, बिहार का पहला स्वीमींग ट्रेनिंग सेन्टर, मत्स्य पालन, डेयरी और वर्मी कमपोस्ट का उत्पादन समेत कई चीजें यहां स्थापित किया जा रहा है.
500 लोगों को मिलेगा रोजगार
वहीं, प्रोजेक्ट निर्माता अमित कुमार चौधरी ने बताया कि प्रोजेक्ट के पूरा होने पर यहां 500 से ज्यादा लोगों को रोजगार का अवसर प्रदान होगा. इस प्रोजेक्ट के पूरा हो जाने के बाद मेथौरा और आस पास के इलाके में जल संकट की समस्या भी हमेशा के लिए खत्म हो जाएगी.