सीतामढ़ीः जिले के एनएच-104 का हाल बदहाल है. यहां से मुसाफिर जान जोखिम में डालकर यात्रा कर रहे हैं. विभागीय उदासीनता के कारण एनएच-104 मुसाफिरों के लिए मौत का कारण साबित हो रहा है. इस सड़क पर करीब 25 किलोमीटर में बड़े-बड़े गड्ढे बन गए हैं. जिसके कारण आए दिन वाहन दुर्घटना होती रहती है.
गड्ढे में तब्दील हुआ एनएच 104, 3 वर्षों से काम पड़ा है अधूरा
झंझारपुर से चलकर मोतिहारी जिले को जोड़ने वाली एनएच-104 पर 3 वर्ष पूर्व कार्य प्रारंभ किया जाना था. लेकिन विभागीय दांवपेच के कारण विगत 3 वर्षों से काम अधूरा पड़ा हुआ है. नतीजा सीतामढ़ी से शिवहर को जाने वाली इस एनएच पर बड़े-बड़े गड्ढे हो गए है. इस कारण आए दिन लोग दुर्घटनाग्रस्त होते रहते हैं. अपराधी भी इस सड़क पर बड़े आराम से अपराधिक घटनाओं को अंजाम देकर फरार हो जाते हैं.
एनएच-104 को दो फेज में बांटा गया
शिवहर के जिला अधिकारी अरशद अजीज ने बताया कि एनएच को दो फेज में बांटा गया है. जिसमे चकिया से लेकर शिवहर तक एनएच का काम चल रहा है. जब यह काम पूरा हो जाएगा उसके बाद शिवहर से सीतामढ़ी तक जो दूसरा फेज है. उस पर काम प्रारंभ किया जाएगा.
गड्ढे में तब्दील हुआ एनएच 104, आए दिन होती है दुर्घटना प्रगति पर है दूसरे फेज का काम
चकिया से चलकर पंतपाकर तक शिवहर जिले का पहला पेज है. पंतपाकर से जयनगर तक दूसरा फेज है. सीतामढ़ी के सांसद सुनील कुमार पिंटू ने बताया कि दूसरे फेज का जो क्षेत्र सीतामढ़ी जिले के अंदर आता है. उस पर काम प्रारंभ कर दिया गया है. सुरसंड से बथनाहा के बीच कार्य प्रगति पर है.
जर्जर सड़क पर लोगों का चलना हुआ मुश्किल
वहीं, एनएच पर सफर करने वाले लोगों ने बताया कि जर्जर एनएच होने के कारण इस सड़क पर चलना बेहद मुश्किल हो चुका है. बरसों से इस पेज का काम अधर में लटका है. अगर यह काम तेजी से कर दिया जाता तो हजारों मुसाफिरों का सफर आसान हो जाता.