सीतामढ़ी: जिले के दंगा प्रभावित इलाके में भारी सुरक्षा के बीच मूर्ति विसर्जन किया गया. मूर्ति विसर्जन स्थल की निगरानी के लिए प्रशासन ने ड्रोन कैमरे की मदद ली. वहीं, शांति पूर्ण माहौल में मूर्ती विसर्जन के लिए जिलाधिकारी खुद मॉनिटरिंग कर रहे थे.
प्रशासन पूरी तरह से मुस्तैद
जिले में मां दुर्गा की प्रतिमा का विसर्जन शहर के बीचों-बीच बहने वाली लखनदेई नदी में किया गया. इस दौरान जिला प्रशासन पूरी तरह से मुस्तैद दिखा. जुलूस में लोग परंपरागत हथियार के साथ अपना करतब दिखा रहे थे. इस जुलूस में भारी संख्या में लोग शामिल हुए. वहीं, शहर के विवादित इलाके राजोपट्टी पट्टी अखाड़े से जुलूस गुजरने के दौरान पुलिस काफी सजग रही.
भारी सुरक्षा के बीच मूर्ति विसर्जन सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
बता दें कि पुछले साल मूर्ति विसर्जन के दौरान बदमाशों ने अपनी हरकत से अशांति का माहौल पैदा कर दिया था. जिसको लेकर इस बार जिला प्रशासन की ओर मूर्ति विसर्जन को लेकर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये गये थे. जानकारी के अनुसार शहरी क्षेत्र में करीब 32 जगहों पर माता दुर्गा की प्रतिमा स्थापित थी. वहीं, मूर्ति विसर्जन का कार्यक्रम करीब रात के 2 बजे तक चला.
जुलूस में उमड़ी लोगों की भीड़ विसर्जन के दौरान तैनात रहे गोताखोर
मूर्ति विसर्जन के दौरान किसी प्रकार का कोई हादसा ना हो. इसको लेकर नदी में जगह-जगह गोताखोरों की तैनाती की गई थी. वहीं विसर्जन स्थल पर बीजेपी के स्थानीय सांसद समेत कई नेता भी मौजूद थे.