सीतामढ़ी: कोरोना वायरस जैसी महामारी को लेकर बीते करीब 8 महीने से भारत-नेपाल की सीमा बंद है. सीमा खोलने को लेकर मंगलवार को नेपाली नागरिकों ने मलंगवा सीमा पर अनिश्चितकालीन धरने पर बैठ गए. जिसमें नेपाल के चेंबर ऑफ कॉमर्स, नेपाली विधायक अशोक यादव और जिला विकास के अध्यक्ष मैथ्यू चौधरी ने समर्थन दिया.
भारत-नेपाल सीमा: मलंगवा बॉर्डर पर मधेशी नागरिकों और विधायक ने दिया अनिश्चितकालीन धरना, जानिए वजह - नेपाली विधायक अशोक यादव
बॉर्डर खोलने को लेकर नेपाली विधायक ने नागरिकों के साथ अनिश्चितकालीन धरने पर बैठ गए, गौरतलब है कि कोरोना की वजह से भारत-नेपाल सीमा बंद है. जिसको लेकर नेपाली सरकार को कई दफा पत्र भी लिखा जा चुका है. अभी तक नेपाली सरकार ने कोई कार्रवाई नहीं की है.
नेपाल की सरकार मधेसी नागरिकों को कर रही है परेशान
जिला विकास के अध्यक्ष मेथ्थू चौधरी ने कहा कि नेपाल की केपी ओली सरकार ने कोरोना जैसी वैश्विक महामारी के दौरान नेपाल के मधेशी नागरिकों को कोई सुविधा नहीं दे रही है. जबकि अब विदेशों में हवाई सेवा सहित अन्य प्रतिष्ठान कुछ शर्तों पर खोल दिया गया है. इसके बावजूद नेपाल के केपी ओली सरकार मधेसी नागरिकों को परेशान करने के लिए भारत-नेपाल सीमा को बंद कर दिया है. भारत और नेपाल में बेटी और रोटी का संबंध है. नेपाल के मधेसी नागरिक खाद सहित अन्य सामग्रियों की खरीदारी भारत से ही करते हैं.
नेपाली विधायक अशोक यादव ने कहा कि सीमा खोलने को लेकर नेपाली सरकार को भी कई दफा पत्र लिखा गया, इसके बावजूद सरकार ने अब तक इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं की है. जिसको लेकर जनप्रतिनिधियों ने भारत-नेपाल की सीमा मलंगवा के मुख्य सड़क पर अनिश्चितकालीन धरने पर बैठ गए. जब तक सरकार उनकी मांगों को नहीं करती है, तब तक हम लोग धरने पर बैठे रहेंगे.