सीतामढ़ी: श्रमिक स्पेशल ट्रेन से लुधियाना से चलकर सीतामढ़ी स्टेशन पहुंचे 1188 श्रमिकों के चेहरों पर खुशी नजर आई. ट्रेन से वापस आई कई अप्रवासी महिलाओं ने बताया कि लॉकडाउन के कारण उन्हें जो परेशानी उठानी पड़ी, उसे याद कर डर लगता है. महिलाओं ने कहा कि अगर सरकार हम सभी को अपने गृह जिले में रोजगार मुहैया करा दे तो हम कभी भी वापस दूसरे प्रदेश नहीं जाएंगे.
बिहार की धरती पर पांव रखते ही हेमा देवी की आंखों मे खुशी के आंसू आ गये. उन्होंने सरकार को धन्यवाद देते हुए कहा कि अब मैं कभी बाहर नही जाऊंगी, बल्कि यहीं काम करूंगी. सरकार हमलोगों के लिए काम की सुविधा उपलब्ध करा दे. पटना के नौबतपुर की हेमा देवी लुधियाना में पैकिंग का काम करती हैं. वो लगभग पांच हजार रुपये हर महीने कमा लेती हैं.