सीतामढ़ी: बिहार के सीतामढ़ी में जिला मुख्यालय में चल रहे अवैध नर्सिंग होम (Illegal Nursing Home In Sitamarhi) और क्लीनिक में बड़े पैमाने पर आम लोगों की जिंदगी के साथ खिलवाड़ किया जाता है. जिसमें झोलाछाप डॉक्टर बड़े-बड़े ऑपरेशन और बीमारियों का इलाज गलत तरीके से कर आम लोगों का शोषण करते है. जिसकी खबर सोशल मीडिया पर प्रसारित होते रहती है. इसी को लेकर जिलाधिकारी एवं सिविल सर्जन द्वारा दिए गए आदेश पर बुधवार यानी 21 दिसंबर को जिला मुख्यालय के आधा दर्जन अवैध रूप से चल रहे नर्सिंग होम एवं क्लीनिक पर छापेमारी की गई.
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अवैध नर्सिंग होम पर छापेमारी :छापेमारी की खबर से अवैध रूप से चलाने वाले कथित चिकित्सकों और अवैध नर्सिंग होम संचालक अपने-अपने नर्सिंग होम एवं क्लीनिक बंद कर फरार हो गए. छापेमारी टीम में प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी धनंजय कुमार और अंचलाधिकारी दरोगा लक्ष्मी पासवान ने नाहर चौक स्थित एम्स किलनिक सहित कई नर्सिंग होम को सील कर दिया. प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी धनंजय कुमार ने बताया कि जिलाधिकारी और सिविल सर्जन के संयुक्त आदेश के बैद अवैध रूप से चल रहे तकरीबन आधा दर्जन नर्सिंग होम में छापेमारी की गई.
'छापेमारी की खबर से कई डॉक्टर और संचालक क्लीनिक छोड़ कर फरार हो गए. वहीं, डॉक्टर एम स्कैनिंग सहित कई नर्सिंग होम के डॉक्टर के क्लिनिक को रजिस्ट्रेशन नहीं होने और अवैध तरीके से डिलीवरी और ऑपरेशन करने को लेकर क्लीनिक को सील किया गया है.'- धनंजय कुमार, प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी
आधा दर्जन नर्सिंग होम सील : मामले को लेकर पूछे जाने पर अंचलाधिकारी चंद्र प्रकाश ने बताया कि एक नर्सिंग होम पर सरकार द्वारा जो गाइडलाइन जारी किया गया है, उसके अनुसार कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी. अंचलाधिकारी ने कहा कि किसी भी हाल में आम लोगों के साथ दोहन बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.