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सावधान! बिहार में एंबुलेंस सहित मरीज हो रहे हैं हाइजैक

सिविल सर्जन ने कहा कि इसके लिए जिला अधिकारी ने मुजफ्फरपुर के जिला अधिकारी से बातचीत की है. इस घटना पर अंकुश लगाने के लिए बहुत जल्द ही ठोस कदम उठाए जाएंगे.

पीड़ित ईएमटी और एंबुलेंस चालक

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Published : Jun 28, 2019, 2:03 PM IST

सीतामढ़ी:मुजफ्फरपुर के निजी क्लिनिक संचालक और प्राइवेट एंबुलेंस चालक का लोगों में आतंक है. ये लोग पैसे की खातिर मारपीट कर हथियार के बल पर मरीजों को हाईजैक कर लेते हैं. अब तक अन्य घटनाओं में हाईजैक करने का मामला सुनने और देखने को मिलता था. लेकिन ऐसा पहली बार देखने को मिल रहा है. जब पैसों की खातिर निजी क्लीनिक संचालक के गुर्गे और प्राइवेट एंबुलेंस चालक हथियार के बल पर दिनदहाड़े सरकारी एंबुलेंस के चालक और एमटी की पिटाई कर इमरजेंसी मरीज को हाईजैक कर लेता है.

पीड़ित ईएमटी और एंबुलेंस चालक

इस तरह की घटना एसकेएमसीएच मुजफ्फरपुर के परिसर और एनएच 77 पर घटित हो रही है. लोग इसके शिकार हो रहे हैं. सीतामढ़ी सदर अस्पताल के एंबुलेंस चालक और ईएमटी ने इसके बारे में बताया. पीड़ित ईएमटी और चालक ने अपना दर्द बयां करते हुए बताया कि जब वह सदर अस्पताल से गंभीर मरीजों को लेकर एसकेएमसीएच के लिए रवाना होता है. उसी दौरान अस्पताल परिसर के बाहर से ही मुजफ्फरपुर के हथियारबंद गुर्गे उनके एंबुलेंस का पीछा करना शुरू कर देते हैं. एसकेएमसीएच के इमरजेंसी वार्ड तक जाते-जाते मरीजों को हाईजैक करने के लिए मारपीट शुरू कर देता है.

इमरजेंसी वार्ड

6 से अधिक घटना आ चुकी है सामने
6 महीने के अंदर अब तक 6 से अधिक चालक और ईएमटी की पिटाई की जा चुकी है. 14 जून 2019 को ईएमटी रणबीर कुमार आनंद और चालक मोहम्मद फुल कांत और 25 जून 2019 को ईएमटी प्रकाश चौधरी और चालक पंकज कुमार को मुजफ्फरपुर के गुर्गों ने पिटाई कर घायल कर दिया था. लगातार हो रही इन घटनाओं की जानकारी सभी पीड़ित चालक और ईएमटी ने डीएम और सिविल सर्जन को भी दी. लेकिन उन्हें अब तक किसी भी प्रकार की सुरक्षा नहीं दी गई है. लिहाजा इस घटना के बाद से सभी ईएमटी और चालक बेहद सदमे में है और वह इमरजेंसी मरीज को एसकेएमसीएच ले जाना मुनासिब नहीं समझते.

सदर अस्पताल

सदर अस्पताल के स्वास्थ्य कर्मी और चिकित्सक भी षड्यंत्र में हैं शामिल
इस वारदात का सीधा असर अब स्वास्थ्य सेवा पर पड़ना शुरू हो गया है. जिसका खामियाजा अन्य किसी को नहीं बल्कि इमरजेंसी मरीजों को भुगतना पड़ रहा है. सदर अस्पताल के स्वास्थ्य कर्मियों की मानें तो इस हाईजैक जैसी घटना को अंजाम दिलवाने में सदर अस्पताल के स्वास्थ्य कर्मी और चिकित्सक भी शामिल हैं. इनके सहयोग से ही यह षड्यंत्र रचा जाता है. इसमें सहयोग करने वाले स्वास्थ्य कर्मी और चिकित्सक को मुजफ्फरपुर के प्राइवेट एंबुलेंस चालक और निजी क्लिनिक संचालक की ओर से मोटी रकम दी जाती है.

सीतामढ़ी से खास रिपोर्ट

मुजफ्फरपुर और पटना के निजी क्लीनिक में करवाता है भर्ती
हालांकि पीड़ित एंबुलेंस चालक और ईएमटी का दावा है कि एसकेएमसीएच के पास जिन गुर्गों के द्वारा घटना को अंजाम दिया जाता है, उसमें से अधिकांश को सभी पहचानते हैं. इसमें मुजफ्फरपुर का पप्पू, शत्रुघ्न, केशव पांडे, सोनू कुमार, शंभू कुमार और बिरजू नामक युवक शामिल है. जो जबरन हथियार के बल पर मारपीट की घटना को अंजाम देता है और मरीजों को मुजफ्फरपुर के निजी क्लीनिक के अलावे पटना के भी निजी क्लीनिक में ले जाने का जिम्मा ले रखा है. इसके लिए निजी क्लिनिक संचालक द्वारा इन गुर्गों को हथियार, बाइक व चार चक्का जैसे वाहन भी उपलब्ध कराए गए हैं. ताकि वह सरकारी एंबुलेंस को आसानी से पीछा कर उसे हाईजैक कर सकें.

सिविल सर्जन ने भी बात स्वीकारी
वहीं, इस संबंध में जब सिविल सर्जन से पूछताछ की गई तो उन्होंने भी इस बात को स्वीकार किया कि मुजफ्फरपुर के गुर्गों द्वारा लगातार ऐसी घटना को अंजाम दिया जा रहा है. उन्होंने कहा कि इसके लिए जिला अधिकारी ने मुजफ्फरपुर के जिला अधिकारी से बातचीत की है. इस घटना पर अंकुश लगाने के लिए बहुत जल्द ही ठोस कदम उठाए जाएंगे. इसके अलावा इसमें संलिप्त गुर्गों को चिन्हित कर उनके विरुद्ध कानूनी कार्रवाई भी की जाएगी.

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