सीतामढ़ी:कोरोना वायरस जैसी वैश्विक महामारी को लेकर डीएम अभिलाषा कुमारी शर्मा के निर्देश के बाद तेजी से कोविड-19 का टेस्टिंग किया जा रहा है. इसी कड़ी में डुमरा थाना परिसर में डुमरा पीएचसी के स्वास्थ्य कर्मियों ने कोविड-19 को लेकर जांच शिविर लगाया.
राहगीरों की हुई जांच
कोरोनावायरस की टेस्टिंग को लेकर स्वास्थ्य कर्मियों ने सड़कों पर बिना मास्क लगाए आने जाने वाले राहगीरों की कोविड-19 की जांच की. इस दौरान लगभग 150 से ज्यादा लोगों की जांच की गई. इस दौरान पीएचसी प्रभारी डॉ. धनंजय कुमार ने बताया कि ठंड की वजह से कोविड-19 महामारी की रोकथाम के लिए स्वास्थ्य विभाग ने जांच शिविर लगाया है. जिसमें सभी लोगों की जांच की जा रही है.
कार्यक्रम का उद्घाटन करतीं डीएम मास्क पहनने की सलाह
डुमरा थानाध्यक्ष नवलेश कुमार आजाद ने सभी आने-जाने वाले लोगों को कोविड-19 के प्रति जागरूक किया. वहीं इसके रोकथाम के लिए मास्क पहनने की सलाह दी. शिविर में लेबोरेटरी टेक्नीशियन मनोज मधुकर, स्वास्थ्य प्रशिक्षक विजय श्रीवास्तव, प्रखंड प्रसार प्रशिक्षक रंजीत कुमार, एएनएम कंचन कुमारी के अलावा डुमरा थाना के पीएसआई स्नेहा कुमारी, पुष्पा कुमारी, एएसआई रामजी यादव सहित सभी कर्मी मौजूद रहे.
डीएम ने की अपील
डीएम अभिलाषा कुमारी शर्मा ने जिलेवासियों से अपील करते हुए कहा कि घर से निकलते समय मास्क का उपयोग करें और 2 गज की दूरी बनाकर रखें. कोरोना वायरस को लेकर अभी तक किसी भी देश ने दवा नहीं बनाई है. इससे बचाव को लेकर मात्र एक उपाय सतर्कता ही है.
प्रमाण पत्र सत्यापन कार्यक्रम
डीएम ने जिलेवासियों से अपील करते हुए कहा कि वह अपने हाथों को बार-बार धोएं. मास्क का उपयोग करें और 2 गज की दूरी बना कर रखें. वहीं डीएम ने समाहरणालय स्थित परिचर्चा भवन में अल्पसंख्यक रोजगार ऋण योजना के तहत स्वीकृति से संबंधित काउंसलिंग और प्रमाण पत्र सत्यापन कार्यक्रम का उद्घाटन किया.
अच्छे व्यवसायिक बनने के टिप्स
डीएम ने स्वयं कई अभ्यर्थियों की काउंसिलिंग भी की. जहां उनके प्रमाणपत्रों की स्वयं जांच की. साथ ही कई आवेदकों से उनके किये जाने वाले व्यवसाय के बारे में विस्तृत जानकारी भी प्राप्त की. साथ ही कई लोग विशेषकर महिला अभ्यर्थियों को अच्छे व्यावसायिक बनने के कई टिप्स भी दिए. उन्होंने कहा कि जब आप स्वरोजगार करते हैं, तो आपके साथ-साथ कई लोगों को भी प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार उपलब्ध होता है.
लोन के लिए आवेदन
शाबिहा प्रवीण ने लहठी-चूड़ी और जेनरल स्टोर तो, दिव्यांग मोहमद परवेज आलम ने मुर्गी फॉर्म हाउस के लिए लोन के लिए आवेदन दिया था. बिहार राज्य अल्पसंख्यक वित्तीय निगम के माध्यम से संचालित होने वाली राज्य संपोषित मुख्यमंत्री अल्पसंख्यक रोजगार ऋण योजना के अंतर्गत अल्पसंख्यक वर्ग के 6 समुदायों ( मुस्लिम सिख ईसाई बौद्ध पारसी एवं जैन) के व्यक्तियों को लाभान्वित करने के लिए संचालित की जाती है.
पांच लाख रुपये तक ऋण
इस योजना में अल्पसंख्यक समुदाय के बेरोजगार युवकों और युवतियों को विभिन्न योजनाओं, व्यवसायों में अधिकतम 5 लाख रुपये तक ऋण राशि मुहैया कराई जाती है. डीएम अभिलाषा कुमारी शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि आवेदक की आयु 18 से 50 वर्ष के बीच होनी चाहिए.
- आवेदकों के परिवारिक वार्षिक आय ₹400000 से अधिक न हो.
- इस योजना के अंतर्गत निगम द्वारा 5% साधारण वार्षिक ब्याज दर पर लाभार्थियों को ऋण राशि मुहैया कराई जाती है.
- लाभार्थियों से 20 समान त्रैमासिक किस्तों में मूलधन और ब्याज निगम द्वारा वसूल किया जाता है.
- निगम मुख्यालय द्वारा ऋण स्वीकृति आदेश निर्गत कर लाभ के बैंक खाते में RTGS के माध्यम से ऋण राशि का भुगतान किया जाएगा. यदि स्वीकृत राशि के विरुद्धमशीन
- उपकरण/ उपस्कर की एक यूनिट का क्रय मूल्य एक लाख से अधिक हो तो अधिकृत विक्रेता से प्राप्त कोटेशन/प्रोफोर्मा बिल के आधार पर विक्रेता के बैंक खाते में भुगतान किया जाता है.
- वित्तीय वर्ष 2019-20 में कुल 1790 आवेदन प्राप्त हुए हैं. जिसका काउंसलिंग और सत्यापन के लिए 3 टेबल बनाए गए हैं और यह कार्यक्रम 1 दिसंबर से 7 दिसंबर तक चलेगा. जिसके आधार पर चयनित सूची को निगम को उपलब्ध कराया जाएगा. निगम की ओर से स्थलीय जांच कर और कागजातों की समय्क जांच कर राशि से लाभ के खाते में हस्तांतरित किया जाता है.